हिमाचल राजभवन बना लोकभवन — 1932 की ऐतिहासिक धरोहर को नया नाम, नई पहचान

SHIMLA. हिमाचल प्रदेश राजभवन का नाम अब आधिकारिक रूप से बदलकर लोकभवन कर दिया गया है। केंद्र सरकार के फैसले के बाद राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने अधिसूचना को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब सभी सरकारी दस्तावेज़ों, वेबसाइटों, आधिकारिक पत्राचार और भवन संकेतकों में राजभवन की जगह लोकभवन शब्द का प्रयोग अनिवार्य होगा।

अधिसूचना जारी होते ही सभी विभागों ने रिकॉर्ड अपडेट करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। राजभवन परिसर में लगे नामपट्ट, साइनबोर्ड और प्रतीकों को बदलने का काम भी शुरू हो गया है। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समयसीमा के भीतर सभी प्लेटफॉर्म पर नया नाम प्रतिबिंबित हो जाना चाहिए।

केंद्र सरकार ने हाल ही में सभी राज्यों में राजभवन को लोकभवन नाम देने का निर्णय लिया था जिसके बाद हिमाचल प्रदेश में भी यह बदलाव लागू हुआ है। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि लोकभवन नाम लोकतांत्रिक मूल्यों और जनता की भागीदारी का प्रतीक है इसलिए यह बदलाव समय की मांग है।

*ऐतिहासिक धरोहर: बार्नस कोर्ट से लोकभवन तक*
1932 में निर्मित यह भवन मूल रूप से बार्नस कोर्ट के नाम से जाना जाता था। धज्जी दीवार शैली में बने इस नियो-ट्यूडर आर्किटेक्चर वाले भवन को ब्रिटिश भारतीय सेना के कमांडर-इन-चीफ सर एडवर्ड बार्नस ने 1832 में अपने आवास के तौर पर इस्तेमाल किया। इसी कारण इसका नाम बार्नस कोर्ट पड़ा।

1849 से 1864 तक यह ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ का प्रमुख निवास रहा। 1966 तक यह पंजाब के ग्रीष्मकालीन राजभवन के रूप में उपयोग में था। शिमला के हिमाचल प्रदेश में शामिल होने के बाद इसे राज्य अतिथि गृह बनाया गया।

1970 के दशक में यह पर्यटक बंगला भी बना और 1981 में पीटरहॉफ राजभवन में आग लगने के बाद राजभवन को स्थायी रूप से इसी ऐतिहासिक भवन में स्थानांतरित कर दिया गया।

*भारत–पाकिस्तान शिमला समझौते का साक्षी*
यही भवन 3 जुलाई 1972 का ऐतिहासिक पल भी संजोए है—
जब भारत की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फीकार अली भुट्टो ने यहां शिमला समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

*वर्तमान लोकभवन की विशेषताएँ*

* दो मंजिला दरबार हॉल में महात्मा गांधी की शिमला यात्राओं के चित्र
* नीचली मंज़िल पर बैठक कक्ष और बड़ा सभा कक्ष जहां औपचारिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं
* स्वतंत्रता-पूर्व के हथियारों का संग्रह
* ब्रिटिश काल की संरक्षित बिलियर्ड्स टेबल
* भगवान शिव और भगवान हनुमान के मंदिरों के साथ दो खूबसूरत लॉन

भवन की नींव पत्थरों की चिनाई से बनी है और सुपर-स्ट्रक्चर पारंपरिक मिट्टी व लकड़ी से तैयार धज्जी दीवार शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है।

हिमाचल का यह ऐतिहासिक धरोहर भवन अब लोकभवन नाम के साथ एक नई पहचान और नए अध्याय की शुरुआत कर चुका है।

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