शिमला, 24 अगस्त। आपदा की मार झेल रहे हिमाचल प्रदेश से हर दिन भूस्खलन की डरावनी तस्वीरें आ रही हैं। बीते तीन दिन से हो रही मुसलाधार वर्षा से कई जगह तबाही हुई है। गुरुवार को कुल्लू जिले के आनी में बस अड्डे के समीप कॉलोनी में कई बहुमंजिला इमारतें और मकान भरभराकर कर ढह गए। करीब सात से आठ मकान ध्वस्त हुए हैं। इनमें कुछ निर्माणाधीन मकान भी शामिल हैं। दो भवनों में बैंकों के दफ्तर चल रहे थे। जमींदोज हुए अन्य भवनों में किरायेदार व दुकानें थीं। बताया जा रहा है कि जमीन धंसने से ये हादसा हुआ है।
गनीमत यह रही कि कुल्लू जिला प्रशासन ने खतरे को भांपते हुए पहले ही इन इमारतों और मकानों को खाली करवा दिया था। इस वजह से किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। अभी भी तीन-चार और मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है। दरअसल एक महीने पहले हुए भारी वर्षा से इन मकानों में दरारें पड़नी शुरू हुई थीं। इसे देखते हुए प्रशासन ने भवन मालिकों को इन्हें खाली करने के नोटिस दिए थे।
आनी के एसडीएम नरेश वर्मा ने बताया कि भवनों के गिरने की घटना में कोई जानी नूकसान नहीं हुआ है। इन्हें पहले ही खाली करवा दिया गया था। राजस्व विभाग की टीम मौके पर नुकसान का आंकलन कर रही है।
बता दें कि हिमाचल में मानसून सीजन के दौरान व्यापक वर्षा से लगातार जान-माल का नुकसान हो रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार राज्य भर में अब तक 2237 मकान और 300 दुकानें ध्वस्त हुई हैं। जबकि 9924 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।