शिमला, 06 सितम्बर। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इंडिया की जगह भारत लिखने पर घमंडिया विपक्ष के द्वारा अनावश्यक शोर-शराबा करने पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष मुद्दा विहीन है औरऔचित्यहीन बातें कर रहा है। विपक्ष के लोग सिर्फ़ हर काम के लिए सरकार की आलोचना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने में घमंडिया गठबंधन देश की जन भावना का भी सम्मान नहीं कर रही है। भारत हमारे देश का आदिकाल से नाम है। हज़ारों वर्षों की परंपरा में इसका स्पष्ट उल्लेख मिलता है। नेता प्रतिपक्ष ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह बात कही।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमारे देश का नाम भारत था। हमारे देश का नाम हमारी सांस्कृतिक पहचान हैं, हमारी विरासत का अभिन्न हिस्सा है। भारत सरकार द्वारा ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ लिखने पर घमण्डिया गठबंधन का विरोध औचित्यविहीन और तर्कहीन हैं। उन्होंने कहा सरकार का यह कदम स्वागत योग्य है। यह हर्ष का विषय है। देश के विभिन्न हिस्सों से ऐसी मांगे पहले से उठ रही थी। जिस पर सरकार ने कदम आगे बढ़ाया है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा पिछले नौ सालों में विकास के ऐतिहासिक काम किए हैं। पारदर्शिता के साथ भ्रष्टाचार रहित सरकार चलाकार देश को आज दुनिया की अग्रणी देशों में भारत को स्थापित किया है। इसलिए विपक्ष के पास सरकार के विरुद्ध आवाज़ उठाने का एक भी मुद्दा नहीं है। इसीलिए एक दूसरे को फूटी आँखों ने सुहाने वाले नेताओं के साथ मिलकर सिर्फ़ नरेंद्र मोदी के विरोध की राजनीति की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश के लोग सब जानते हैं। आने वाले लोकसभा के चुनावों में देश के लोग घमंडिया गठबंधन को जवाब देंगे। एनडीए गठबंधन, पिछली बार से भी ज़्यादा सीटों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश को दुनियां की तीन बड़ी अर्थव्यस्था में स्थापित करेगा।
प्रेस रिलीज़: 06 सितंबर, 2023: पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर
सड़कें बंद होने पर मज़बूरन सेब बहाने वाले बाग़वान के ख़िलाफ़ सरकार की कार्रवाई राजनैतिक भावना से प्रेरित : जयराम ठाकुर
शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बारिश के बाद सड़के बंद होने की वजह से रोहड़ू के बलासन निवासी बागवान यशवंत के द्वारा अपने सेब को फेंकने के मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एक लाख का जुर्माना लगाने के फ़ैसले को अमानवीय और राजनैतिक भावना से प्रेरित करार दिया है। उन्होंने कहा कि आपदा में नुक़सान उठा चुके बाग़वान के लिए यह कार्रवाई किसी प्रकार से औचित्यपूर्ण नहीं हो सकती है। सड़कें बंद होने की वजह से उतारे गए सेब सड़ रहे थे, जिसकी वजह मज़बूर होकर उसे अपना सेब बहाना पड़ा। सेब फेंकते हुए किसी ने इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था। जयराम ठाकुर ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद सरकार ने बाग़वान की मदद करने के बजाय थाने बुलवाकर डराया-धमकाया अब जुर्माना लगा रही है। उन्होंने एक बागवान को सिर्फ इसलिए निशाने पर लिया जा रहा है क्योंकि उसके वीडियो से सरकार की झूठी छवि की पोल खुल गई थी। हम बाग़वानों-किसानों के साथ सरकार की इस तरह की तानाशाही को नहीं चलने देंगे।