हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र में गूंजेंगे 743 सवाल, आपदा पर गरमाएगा सदन

शिमला, 16 सितम्बर। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र को इस बार 700 से अधिक प्रश्न गरमाएंगे। सात दिवसीय सत्र के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों से अब तक 743 प्रश्न प्राप्त हो चुके हैं। विधानसभा सचिवालय ने प्रश्नों को सम्बंधित विभागों को भेज दिया है। प्रदेश में बारिश से हुई तबाही का मुद्दा सदन में प्रमुखता से उठेगा। सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने ज्यादातर सवाल आपदा पर पूछे हैं। इस पर दोनों पक्षों में जमकर तकरार होने के आसार हैं।

विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि 18 सितंबर से 25 सितंबर तक मानसून सत्र शिमला में विधानसभा भवन में चलेगा। सत्र का शुभारम्भ 18 सितम्बर को अपराहृन 02:00 बजे होगा। उस दिन पूर्व विधायक स्वर्गीय खूब राम के प्रति शोकोदगार भी होंगे। 23 सितम्बर को शनिवार के दिन भी सत्र आयोजित किया जाएगा। जबकि 21 सितम्बर का दिन गैर-सरकारी सदस्य कार्य दिवस निर्धारित किया गया है।

उन्होंने कहा कि सत्र में कुल 743 सवाल आ चुके हैं। इसमें से 547 तारांकित और 196 अतारांकित प्रश्न आए हैं। जिनमें से अधिकतर ऑनलाइन हैं। नियम 62 के तहत एक, नियम 101 के तहत दो सूचनाएं, नियम 130 के तहत नौ सूचनाएं, नियम, 102 के तहत एक और नियम 324 के तहत एक सूचना प्राप्त हुई है। इस बार 70 फ़ीसदी एजेण्डा आपदा को लेकर आया है।

पठानिया ने कहा कि प्रश्नों से सम्बन्धित जो सूचनाएँ सदस्यों से प्राप्त हुई हैं वह मुख्यत: प्रदेश में हाल ही में भारी वर्षा तथा प्राकृतिक आपदा से उत्पन्न हुई स्थिति, सरकार द्वारा आपदा से निपटने हेतु किए गए प्रयास, सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर, प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में ‍रिक्त पदों की पदपूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युचाओं में बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है। इसके अतिरिक्त सदस्यों ने प्रश्नों के माध्यम से अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित मुख्य मुद्दों को भी उजागर किया है।

उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान सुरक्षा के चाक-चौबद इंतज़ाम किये गए हैं।

विधानसभा अध्यक्ष का कहना है कि विधानसभा के मानसून सत्र को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए तैयारियां पूरी हैं। अधिकारियों के साथ कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक कर सुरक्षा को चाक-चौबंद किया गया है।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान सदन की गरिमा बनाने के लिए पक्ष और विपक्ष का सहयोग जरूरी है, जिससे प्रदेश के विकास और लोगों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो सके। इसके लिए रविवार दोपहर को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान तथा मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा शामिल होंगे।

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