शिमला, 25 सितंबर। हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले बढ़ रहे हैं। विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान यह मामला गूंजा। प्रदेश सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित करने का एलान किया है। आईपीएस अधिकारी अभिषेक दुल्लर की अध्यक्षता में विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया जाएगा। अभिषेक दुल्लर मौजूदा समय में डीआईजी नॉर्दन रेंज के पद पर है और वह लंबे समय तक सीबीआई में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। यह कमेटी पूरे प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी मामले में जो शिकायतें आई है या किसी के साथ फ्रॉड हुआ है उसकी जांच करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अनुपस्थिति में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को विधानसभा में देहरा के विधायक होशियार सिंह के सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले पूरे प्रदेश में आए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का फ्राड पूरे देश में हो रहा है। जो लोग बहुत जल्दी पैसा कमाने की चाह रखते हैं वह बहुत जल्दी इसके झांसे में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले के छह एफआईआर पुलिस ने दर्ज की है। जबकि 56 शिकायतें पुलिस के पास इसको लेकर आई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पांच आरोपितों को गिरफ्तार भी किया है। उन्होंने कहा कि सरकार एसआईटी में ऐसे अधिकारियों को शामिल करेगी जो इस तरह के मामलों की जांच के लिए निपुण हो। उन्होंने कहा कि विधायक होशियार सिंह ने जो सवाल उठाया है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में 10 करोड़ का फ्रॉड हुआ है उस पर अभी पूरी जानकारी नहीं है। लेकिन सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि मामले की जांच हो।
विधानसभा में रखी 425 फ्रॉड करने वालों की सूची
इससे पहले विधायक होशियार सिंह ने अनुपूरक सवाल में कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र देहरा में ही 10 करोड़ का फ्रॉड किया गया है। उन्होंने सदन में 425 लोगों की सूची भी रखी जिन्होंने यह फ्रॉड किया है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए ताकि गरीब लोगों का पैसा लूटने से बचाया जा सकें।
राजनीतिक संरक्षण से फ्रॉड का आरोप
विधायक होशियार सिंह ने सदन में कहा कि यह स्कैम करोड़ों में है। 200 करोड़ का स्कैम हमीरपुर में हुआ है, 250 करोड़ का कांगड़ा, 100 करोड़ का ऊना में फ्रॉड किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण से यह फ्रॉड किया गया है। उन्होंने कुछ कंपनियों के नाम भी बताए। उन्होंने कहा कि बिना राजनीतिक संरक्षण के इतना बड़ा स्कैम नहीं हो सकता। उन्होंने अपने विस क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि फ्रॉड करने वाले ये लोग राजनीतिज्ञों के साथ्ज्ञ देखे जाते हैं। राजनीतिक संरक्षण व दबदबे के साथ फ्रॉड करते हैं और प्रदेश की भोली भाली जनता को ठगा जाता है। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि इस फ्राड में राजनीतिक संरक्षण की बात सामने नहीं आई है।