कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन शिमला में देष के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 73 वीं पुण्य तिथि मनाई गई । इस अवसर पर प्रदेष कांग्रेस कमेटी के महासचिव देवेंद्र बुषैहरी ने उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देष की आजादी की लडाई में सरदार वल्लभ भाई पटेल का बहुमुल्य योगदान रहा है ।उन्होंने वर्ष 1928 में बारडोली में हुए सत्यग्रह का नेतृत्व किया था उन्होंने आजादी के बाद देष के एकीकरण में अपनी अहम भूमिका निभाई।
बुषैहरी ने कहा कि देष को एकजुट करने के लिये सरदार पटेल ने राजनितिक और कुटनितिक तरीके से अपनी अहम भूमिका निभाई । 15 अगस्त 1947 को देष की आजादी के बाद सरदार पटेल ने भारत की 560 रियासतों को इस देष में मिलाकर एकजुट किया इतना ही नहीं उस दौरान जूनागढ, हैदराबाद और जम्मू कष्मीर द्वारा भारत में वीले से इनकार करने पर सरदार पटेल ने इस पर तुरंत कार्यवाही कर उन्हें भी भारत में मिला लिया था । हिमाचल प्रदेष की 31 छोटी- छोटी रियासतों को मिलाकर हिमाचल प्रदेष का 15 अप्रेल 1948 को गठन किया गया जिसका श्रेय भी बतौर गृह मंत्री सरदार पटेल को जाता है । लौह पुरूष के नाम से जाने जाने वाले सरदार पटेल का प्रथम गृह मंत्री के रूप में देष के निर्माण में बहुमुल्य योगदान रहा है जिसको देष की आने वाली पीढी सदैव याद रखेगी ।
इस अवसर पर प्रदेष कांग्रेस महासचिव यषवंत छाजटा, प्रदेष सचिव वेद षर्मा, रवि चैहान, डा0 दिनेष कुमार, डा0 हरीष गुप्ता, कार्यालय सचिव गुलाब ठाकुर ,परमदेव षर्मा, मान सिंह ठाकुर, मनीषा मैहता, भगतराम, कपिल कुमार, रोहित, घनष्याम सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।