शिमला, 24 अक्टूबर। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा का त्योहार मंगलवार को राजधानी शिमला में धूमधाम से मनाया गया। जाखू, नाभा, बीसीएस, संकटमोचन और बालूगंज में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। जाखू मंदिर में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन शाम 6:30 बजे किया। यहां रावण का पुतला 45 फीट और मेघनाद तथा कुंभकर्ण के पुतले 40-40 फीट ऊंचे बनाए गए। जाखू मंदिर परिसर में 108 फीट ऊंची हनुमान की मूर्ति के आगे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रिमोट का बटन दबाकर रावण का दहन किया। बटन दबते ही रावण के पुतले से अंगारे बरसे और आतिशबाजी शुरू हो गई और पुतला धूं धूं कर जल उठा। इसके बाद मेघनाद और कुंभकर्ण का पुतला भी जल गया।
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं दीं और प्रदेश में सुख, समृद्धि व शांति के लिए प्रार्थना की।
उन्होंने समाज में नशे के खात्मे के लिए लोगों से सामुहिक प्रयास करने का आह्वान किया।