शिमला, 27 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश के ऊना स्थितएक निजी कंपनी द्वारा करोडों की धोखाधड़ी मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को ऊना और कांगड़ा जिलों में कंपनी के चार ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान सीबीआई ने लेन-देन और संपति से जुड़े अहम रिकार्ड कब्जे में लिया है। हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस ममाले में निजी कंपनी व उसके निदेशकों व अन्य अज्ञात के खिलाफ दिल्ली में एफआईआर दर्ज की है।
आरोप है कि ऊना स्थित एक निंजी कंपनी ने साल 2017-18 में षडयंत्र रचते हुए मंडी के यूको बैंक से 9.85 करोड़ का लोन लिया। यह लोन कंपनी के अधीन शोरूम के निर्माण, संयंत्र, मशीनरी की खरीद और अन्य संबद्ध वस्तुओं को खरीदने के लिए लिया गया था। कंपनी पर आरोप है कि लोन की रकम से उक्त संपति बनाने के बजाय बैंक से धोखा किया गया। जिस मकसद से लोन लिया गया था, उस मकसद से इसका इस्तेमाल नहीं हुआ। इसके अलावा उक्त उधारकर्ताओं ने लोन की राशि को अन्य बैंकों के साथ रखे गए अन्य खातों में धनराशि निकाल ली।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि ऊना और कांगड़ा में उक्त आरोपियों और कंपनी से संबंधित चार स्थानों पर तलाशी ली गई, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि मामले में जांच जारी है।