शिमला, 08 नवंबर। बीमारी से जूझ रहे 75 वर्षीय बेसहारा बुजुर्ग के लिए स्वयंसेवी संस्था नोफल फरिश्ता बन गई है। इस संस्था ने बुजुर्ग के इलाज का बीड़ा उठाया है।
दरअसल नेपाली मूल का पूर्ण चंद (75) पिछले दो दिनों से न्यू ओपीडी आईजीएमसी में बेसुध हालत में पड़ा था। उसका पैर पूरी तरह से सड़ चुका है। वह शिमला जिला के नेरवा का रहने वाला है और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है
स्वयंसेवी संस्था नोफल एक उम्मीद के अध्यक्ष सरदार गुरमीत सिंह ने बुजुर्ग को इस हालत में देखा और उन्हें आगामी इलाज के लिए आईजीएमसी इमरजेंसी में दाखिल कराया। गुरमीत सिंह ने बताया कि पूर्ण चंद के उपचार का जितना खर्चा होगा, वो उनकी संस्था वहन करेगी।