शिमला, 13 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहली बार विदेश यात्रा पर गए हैं। मुख्यमंत्री बुधवार को शिमला से दिल्ली गए, जहां से वह शाम को दुबई रवाना होंगे। मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उनका पहला विदेशी दौरा है। वह दुबई में वहां के उद्योगपतियों से मुलाकात कर उन्हें हिमाचल में निवेशक के लिए आकर्षित करेंगे। मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी, पयर्टन विकास निगम के उपाध्यक्ष आरएस बाली, सीएम के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा व अन्य अधिकारी भी दुबई गए हैं। मुख्यमंत्री 17 दिसम्बर को हिमाचल लौटेंगे।
दुबई रवाना होने से पहले शिमला में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि दुबई के निवेशकों ने हिमाचल में निवेश के लिए ऑफर दिया था। वहां के राजदूत ने भी समय मांगा था, इसलिए वह वहां जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ऐसे इन्वैस्टर को प्राथमिकता दी जाएगी, जो आते ही काम शुरू कर दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका प्रमुख उद्देश्य हिमाचल में निवेश लाना है तथा निवेश भी वह, जिससे हिमाचल आत्मनिर्भर बने। सरकार का मकसद इन्वैस्ट ड्रेन करना नहीं है। उन्होंने कहा कि वह दुबई में पयर्टन, हाईड्रो, आईटी, फ्रूट प्रोसैसिंग आदि के निवेश को लेकर चर्चा करेंगे। लेकिन उनका मुख्य फोकस पर्यटन पर रहेगा क्योंकि पर्यटन से हिमाचल को 18 फीसदी जीएसटी आता है तथा खाने पर भी 18 फीसदी जीएसटी लगता है। इसी तरह सैलानी जो ड्रिंक आदि लेते हैं, उस पर भी हिमाचल को वैट मिलता है, ऐसे में पर्यटन उद्योग से हमें आय होती है जबकि अन्य उद्योगों को हमने देना पड़ता है, साथ ही पर्यटन एक क्लीन व ग्रीन उद्योग है तथा पर्यटकों को हिमाचल का सौंदर्य भी बहुत भाता है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि नए मंत्रियों को दुबई से लौटने के बाद विभाग दे दिए जाएंगे। पिछले कल मुख्यमंत्री ने कैबिनेट विस्तार करते हुए घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी और जयसिंहपुर के विधायक यादविंदर गौमा को मंत्री बनाया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री की हिमाचल वापसी 17 दिसम्बर को होगी तथा 19 दिसम्बर से धर्मशाला में शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है।