मुख्यमंत्री सुक्खू का पर्यटकों पर दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण: भाजपा

शिमला, 29 दिसंबर। विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के पर्यटकों को लेकर दिए गए बयान को दुर्भाग्यपूर्ण व गैर जिम्मेदाराना करार दिया है। भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री के इस बयान से प्रदेश की कानून व्यवस्था और खराब हो सकती है।
भाजपा प्रदेश मीडिया संयोजक व विधायक रणधीर शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री का बयान आया है कि नए साल के जश्न के लिए यहां घूमने आ रहे जो पर्यटक झूमेंगे, उन्हें पुलिस होटल छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान नशे को बढ़ावा देने की ओर इशारा कर रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में जिन शब्दांे का इस्तेमान किया वह किसी भी मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते।

रणधीर शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पाटी कांग्रेस के मुख्यमंत्री के इस बयान को दुर्भाग्यपुर्ण मानती हैं। मुख्यमंत्री के बयान से अगर स्थानीय व्यक्ति अगर ऐसी अवस्था में पाया जाए तो उन्हें सख्ती से देखा जाएगा। इससे तो साफ दिखता है कि हिमाचल में दोहरी कानून व्यवस्था अपनाई जा रही हैं। हिमाचल प्रदेश वासियों के अलग कानून और पर्यटकों के लिए अलग।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद पर्यटकों के साथ अनेक सामाजिक व अपराधिक तत्व प्रदेश में घुस कर प्रदेश की कानून व्यवस्था को भी बिगाड़ने का प्रयास कर सकते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस बयान को वापिस लेने की मांग की है।

रणधीर शर्मा ने कर्ज के मुद्दे पर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की घेराबंदी की है। भाजपा प्रदेश मीडिया संयोजक व विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने 12 महाने में 12 हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है और इस सरकार को कर्ज लेने के लिए याद किया जाएगा।

रणधीर शर्मा ने कहा कि सुक्खू सरकार ने इन 12 महीनों में 1 हजार से अधिक संस्थान डिनोटिफाई किए गए, छह रूपये डीजल मंहगा किया गया, सीमेंट की बोरी 10 रूपये बड़ाई गई, 19 प्रतिशत बिजली में बढोतरी की गई। इसी तरह राजस्व विभाग के अंतर्गत स्टाप डयूटी में बेतहाशा वृद्वि की गई।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया, मंदिरों में दर्शनों पर श्रद्धालुओं पर फीस लगाने का निर्णय लिये। रणधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा 12 हजार करोड़ रूपये का कर्ज लेने के बाद भी हालात ऐसे हैं कि सरकारी खजाने में सिर्फ 23 करोड़ रूपये ही बचे हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक भी मंत्री बनने का इंतजार करते रहें परन्तु साल खत्म होने के उपरान्त मंत्री तो बन गए अब विभागों का इंतजार कर हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *