शिमला, 23 जनवरी। टैक्सी ऑपरेटरों ने परिवहन विभाग पर स्पेशल रोड टैक्स में छह गुणा बढ़ाने के आरोप लगाए हैं। विभाग के फैसले का विरोध करते हुए टैक्सी ऑपरेटरों ने मंगलवार को शिमला में आरटीओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और टैक्स बढ़ोतरी के निर्णय को वापस लेने की मांग की है।
ऑल हिमाचल कमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि सरकार ने रोड टैक्स को लेकर जो रिवाइज्ड अधिसूचना जारी की है उसके मुताबिक टैक्सी के स्पेशल रोड टैक्स को 1350 से बढ़ाकर सीधा 8000 रुपये कर दिया है जिससे टैक्सी ऑपरेटर को खासा नुक्सान हो रहा है। पहले ही हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के भीतर टैक्सी चलाने वालों पर भारी भरकम टैक्स लगा रही है जबकि बाहरी गाड़ियों में सरकार ने छूट दे रखी है। ऐसे में अगर सरकार ने स्पेशल रोड टैक्स में की गई बढ़ोतरी के निर्णय को वापस नहीं लिया तो आने वाले दिनों में टैक्सी चालक गाड़ियों की चाबियां आरटीओ दफ्तर में जमा करेंगे और चक्का जाम करने को मजबूर होगें।
दूसरी तरफ टैक्सी ऑपरेटर के विरोध को लेकर ट्रांसपोर्ट विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने कहा कि सरकार ने किसी भी प्रकार का टैक्स नही बढ़ाया है। टैक्सी ऑपरेटरों को किसी बात का कन्फ्यूजन हुआ है। ट्रांसपोर्ट विभाग ने रोड टैक्स को लेकर रिवाइज्ड अधिसूचना जारी की है जो इससे पहले 2006 में प्रकाशित किया गया था लेकिन इसमें दो कैटागिरी कॉन्ट्रैक्ट कैरिज अंडर एग्रीमेंट इन हिमाचल और वैनिटी वैन छूट गई थी जिन्हें टैक्स में समलित करके नवम्बर 2023 में अधिसूचित किया गया है जिसमें किसी भी प्रकार के टैक्स की बढ़ोतरी नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि टैक्सी ऑपरेटरों का विरोध जायज नही है और उन्हें विभाग के अधिकारियों के समक्ष इस बारे बात रखनी चाहिए।