शिमला, 03 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू मंत्रिमंडल में बदलाव देखने को मिला है। छह मंत्रियों को उनके वर्तमान विभाग के अलावा अन्य विभागों की भी जिम्मेदारी दी गई है। इस सम्बंध में शुक्रवार देर रात सरकार की ओर से अधिसूचना जारी हुई है। राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम में अयोध्या जाकर सुर्खियों में रहने वाले विक्रमादित्य सिंह को शहरी विकास विभाग सौंपा गया है। अभी वह लोकनिर्माण विभाग सम्भाल रहे हैं। पिछले दिनों उनसे खेल विभाग वापिस लेकर यादविंदर गोमा को दिया गया था। उद्योग व संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान को श्रम एवं रोजगार का नया विभाग दिया गया है।
हाल ही में मंत्री बने राजेश धर्माणी और यादविंदर गोमा का भी कद बढ़ाया गया है। तकनीकी शिक्षा मंत्री का औहदा सम्भाल रहे राजेश धर्माणी को हाऊसिंग व टीसीपी विभाग भी सम्भालेंगे। इसी तरह आयुष व खेल मंत्री यादविंदर गौमा लॉ एंड लीगल रेमेम्बरेन्स का जिम्मा दिया गया है। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को रिड्रेसल ऑफ पब्लिक ग्रीवेंस और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी विभाग का जिम्मा मिला है।
पांच मंत्रियों को जिन नए विभागों का दायित्व मिला है, वे मुख्यमंत्री स्वयं देख रहे थे।
बता दें कि प्रदेश मंत्रिमंडल में अभी भी मंत्री का एक पद रिक्त चल रहा है। वर्तमान में कैबिनेट में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री शामिल हैं।
सुक्खू ने एक साल बाद किया था कैबिनेट विस्तार, विक्रमादित्य सिंह से छीन गया था खेल विभाग
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने बीते दिसम्बर माह में एक साल बाद पहला कैबिनेट विस्तार करते हुए दो चेहरों को शामिल किया था। बिलासपुर जिले के घुमारवीं से राजेश धर्माणी को मंत्री बनाया गया। इसी के साथ कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर से यादवेंद्र कोमा को भी कैबिनेट में जगह दी गई। खास बात यह थी विक्रमादित्य सिंह से खेल विभाग लेकर यादविंदर गोमा को दिया गया था। विक्रमादित्य सिंह छह बार सीएम रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं। उनकी माँ प्रतिभा सिंह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष और मंडी से लोकसभा सांसद है।