शिमला, 06 फरवरी। राजधानी शिमला में बारिश-बर्फ़बारी के बाद भूस्खलन की घटना सामने आई है। एक स्टोन क्रशर साइट के पास मजदूरों के लिए बनाए गए शेल्टर पर बीती रात पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ। इस शेल्टर में सो रहे बिहार के दो मजदूर भूस्खलन से दब गए और इनकी मौत हो गई। दोनों मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं। इस हादसे में वहां मौजूद पांच अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए। मृतकों की पहचान 34 वर्षीय राकेश पुत्र राम बिलास और 36 वर्षीय राजेश पुत्र जोगिंदर राम के रूप में हुई है। दोनों बिहार के समस्तीपुर जिला के गोरायें गांव के रहने वाले थे।
घटना छोटा शिमला थाना अंतर्गत मैहली-जुन्गा मार्ग के समीप अश्वनि खड्ड में लगे स्टोन क्रशर के पास सामने आई।
पुलिस के मुताबिक क्रशर की लेबर के लिए एक शेल्टर बनाया गया था। वहां सात मजदूर रह रहे थे। पहाड़ी से भारी लैंडस्लाइड आया और शेल्टर को तबाह कर दिया। करीब रात्रि 1 बजे हुए इस लैंडस्लाइड से हड़कम्प मच गया। शेल्टर पर भारी भरकम चट्टाने गिरने से मजदूरों को मौके से भागने का वक्त नहीं मिला, जिससे दो मजदूर भारी-भरकम पत्थरों की चपेट में आकर दब गए। वहीं पांच अन्य मजदूरों ने भागकर जान बचाई। हादसे के तुरंत बाद पुलिस व प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों में 18 वर्षीय राहुल कुमार, 42 वर्षीय मेघ साहनी, 35 वर्षीय बैजनाथ राम, 45 वर्षीय अशोक राम निवासी बिहार और 20 वर्षीय टोनी कुमार निवासी चम्बा शामिल हैं।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने सुबह मौके पर पहुँच कर घटना स्थल पर बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने घटना में सुरक्षित निकले मजदूरों से बातचीत की और उनके साथियों की इस हादसे में मृत्यु हो जाने पर उन्हें ढांढस बंधाया। उपायुक्त ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही बचाव कार्य के लिए पुलिस, अग्निशमन, एसडीआरएफ और होम गार्ड की टीम मौके पर पहुँच गई थीं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने अग्निशमन और होम गार्ड के जवानों के सहयोग से लगभग एक घंटे में ही मृतकों के शवों को मलबे से बरामद किया।
वहीं एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि दो मजदूरों की दबने से मौत हुई है। पांच को बचा लिया गया है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रथम दृष्टतया यह लैंडस्लाइड के कारण हादसा सामने आया है औऱ इसकी जांच की जा रही है।