शिमला, 22 फरवरी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि ऊहल-तीन बिजली परियोजना में सरकार इसी साल बिजली उत्पादन आरंभ करेगी। उन्होंने कहा कि यह परियोजना पेन स्टॉक में आई खराबी के कारण बंद है और इसे ठीक करने का कार्य जारी है। मुख्यमंत्री वीरवार को विधानसभा में पनबिजली परियोजनाओं को लेकर विधायक डॉ. हंस राज के मूल और सुखराम चौधरी के अनुपूरक सवाल के जवाब में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऊहल तीन परियोजना में पेन स्टॉक में टेस्टिंग के दौरान दिक्कत आई थी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में सबसे बिजली उत्पादन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पनबिजली परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार में तरजीह देने का प्रयास करेगी। इसमें वे लोग भी शामिल होंगे, जो परियोजना से प्रभावित हैं अथवा घराट इस्तादि परियोजना बनने के कारण बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी परियोजना बनाते समय स्थानीय पंचायतों से एनओसी ली जाती है और घराट को भी परियोजना प्रभावितों के साथ जोड़ा जाता है, ताकि इनके बंद होने पर संबंधित लोगों को परियोजना में रोजगार मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 20982 मेगावाट की 992 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इनमें से 11209 मेगावाट की 174 परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। 2879 मेगावाट क्षमता की 58 परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है, जबकि 6893 मेगावाट की 720 परियोजनाएं स्वीकृति के विभिन्न चरणों में हैं। इस परियोजनाओं का निर्माण सभी स्वीकृतियां प्राप्त होने के बाद शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चंबा में 331 मेगावाट की 9 परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।
उधर, विधायक चैतन्य शर्मा, सुधीर शर्मा और लोकेंद्र कुमार के एक संयुक्त सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल के सभी जिलों को इस वर्ष हेलीपोर्ट से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि रक्कड़, पालमपुर, चंबा और रिकांगपिओ में काम शुरू चुका है और इन चार हेलीपोर्ट के लिए 13-13 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पर्यटन में नई योजनाएं इसलिए शुरू नहीं की, क्योंकि नई मंजिलें-नई राहें योजना, जो पूर्व सरकार ने शुरू की थी, उसे जारी रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन क्षेत्र में पहले आधारभूत ढांचे को विकसित करना चाहती है और इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शिव धाम परियोजना का खास ध्यान रखेगी और इसमें और धन का प्रावधान होते ही इस पर फिर से कार्य शुरू कर दिया जाएगा।