शिमला, 04 मार्च। हिमाचल प्रदेश के दो निचले जिलों ऊना और हमीरपुर के बीच रेल लाइन के निर्माण पर तीन हज़ार करोड़ से अधिक की लागत आएगी। केंद्र सरकार ने ऊना-हमीरपुर रेलवे लाइन के सम्बंध में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। डीपीआर के अनुसार इस परियोजना की अनुमानित लागत 3361 करोड़ रुपये है। केंद्रीय रेल, कोयला एवं खान मंत्रालय राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकंदर कुमार को एक पत्र के माध्यम से यह जानकारी दी है।
दरअसल सिकंदर कुमार ने हाल ही में राज्यसभा में विशेष उल्लेख के तहत ऊना रेलवे लाइन को हमीरपुर तक बढ़ाने और भानुपल्ली-बिलासपुर रेलवे लाइन के लिए समुचित धन का प्रावधान करके इसके कार्य में तेज़ी लाने का मामला उठाया था। केंद्रीय रेल, कोयला एवं खान मंत्रालय राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने सांसद सिकंदर कुमार को इसका जवाब प्रेषित किया है।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने बताया कि ऊना से हमीरपुर तक नई रेल लाइन की लंबाई 41 किलोमीटर होगी। इस रेल लाइन की 3361 करोड़ की डीपीआर तैयार कर ली गई है और डीपीआर केंद्र सरकार के विचाराधीन है।
केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि 63 किलोमीटर लंबी भानुपल्ली-बिलासपुर-बेरी नई रेल लाइन पंजाब में 14 किलोमीटर और हिमाचल प्रदेश में 49 किलोमीटर प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 6753 करोड़ है। इस रेलवे लाइन के निर्माण में दिसम्बर 2023 तक 4477 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वितीय वर्ष 2023-24 में इस परियोजना के लिए 1 हज़ार करोड़ आवंटित किए गए हैं। इस परियोजना का कार्य प्रगति पर है।
सिकंदर कुमार ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को दिया था प्रस्ताव
राज्यसभा सांसद डॉक्टर सिकंदर कुमार नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर ऊना-हमीरपुर रेल लाइन और भानुपल्ली-बिलासपुर का मामला उठा चुके हैं। विगत माह उन्होंने रेल मंत्री को ऊना से हमीरपुर तक रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने अपने प्रस्ताव में कहा कि वर्तमान में ऊना तक रेल यातायात की सुविधा है। ऊना से हमीरपुर जिला में भी रेल लाइन बिछाने की संभावनाएं हैं। सांसद ने कहा कि यदि ऊना से हमीरपुर तक रेल लाइन बिछाई जाती है, तो इससे स्थानीय लोगों को सुविधा मिलेगी और साथ ही रेलवे की भी बहुत अच्छी आमदनी होगी।
डॉक्टर सिकन्दर कुमार के अनुसार हमीरपुर में बाबा बालक नाथ जी का प्रसिद्ध पीठ है और वहां वर्षभर दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में हमीरपुर तक रेल लाइन बनने से पर्यटकों सहित श्रद्धालुओं को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने अपने प्रस्ताव में मांग रखी थी कि ऊना से हमीरपुर तक रेल लाइन बिछाई जाए, ताकि मध्य हिमाचल के लोगों को भी रेल सुविधा प्राप्त हो।
सांसद ने कहा कि मध्य हिमाचल में रेल यातायात की सुविधा न के बराबर है। ऊना जिला मुख्यालय के अलावा कालका से शिमला व पठानकोट से जोगिंदर नगर तक रेल सुविधा लोगों को मिल रही है। इससे पहले सांसद सिकन्दर कुमार ने सदन में शून्यकाल में भी ऊना-हमीरपुर रेलवे लाईन के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। इसके अलावा उन्होंने भानुपल्ली से बिलासपुर-लेह रेल लाइन के कार्य में तेजी लाने की भी मांग की थी। यह रेलवे लाइन सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा इस रेलवे लाइन के कार्य में कई पुलों व टनलों का निर्माण होना है। उन्होंने केंद्र सरकार से भानुपल्ली से बिलासपुर-लेह रेल लाईन के लिए समुचित धन का प्रावधान करने की भी मांग उठाई, ताकि इस रेलवे लाइन के कार्य में तेजी आए और इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट का कार्य निर्बाधरूप से आगे बढ़े।