नई दिल्ली/शिमला, 11 मार्च। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से एनएच-21 के किरतपुर-नेरचौक फोरलेन का पुंग तक उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित किया। इस पर करीब 3400 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 69 किलोमीटर लंबे फोरलेन को बनाने में एनएचएआई को करीब 12 साल का समय लगा। इस परियोजना में पांच सुरंगें बनाई गई हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने हमीरपुर बाईपास, एनएच -154 के सिहुनी से राजोल खंड और थानपुरी से परौर खंड के शिलान्यास भी किए। मुख्य कार्यक्रम सोमवार को हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ। हिमाचल प्रदेश में इन परियोजनाओं पर करीब 7,000 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है।
शिमला में मुख्य कार्यक्रम राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में हुआ। इसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार के अलावा कई विधायक और नेशनल हाईवे अथाॅरिटी के अधिकारी भी मौजूद रहे। वहीं, फोरलेन को जनता को समर्पित करने के लिए विधायक राकेश जमवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर पीएम ने हिमाचल प्रदेश को कई बड़े तोहफे दिए। अब किरतपुर से सुंदरनगर तक फोरलेन का निर्माण पूरा हो पाया है। इससे पर्यटन को पंख लगेंगे। सैलानियों में भी इजाफा होगा।
पर्यटन सीजन से पहले भले ही किरतपुर से नेरचौक फोरलेन का शिलान्यास होने से इसमें पर्यटकों को सुविधा मिलेगी। लेकिन इसके आगे मनाली तक का सफर थकाऊ है। सुंदरनगर से आगे पंडोह और फिर मनाली तक नेशनल हाईवे की हालत खराब है। इसे सुधारने के लिए एनएचएआई ने ठोस प्रयास नहीं किया है। मंडी और कुल्लू के बीच कई बार नेशनल हाईवे बंद हो जाता है। आपदा के बाद सुंदरनगर से आगे खासकर पंडोह के पास फोरलेन हादसों का प्वाइंट बना है। देश-विदेश के पर्यटक जब भी यहां से आते हैं तो उन्हें डर लगता है। अप्रैल में पर्यटन सीजन शुरू हो जाएगा। जिस तरह से सुंदरनगर से मनाली तक नेशनल हाईवे की स्थिति है, उसे ठीक करने में सिर्फ एक महीना बचा है। अन्यथा पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।