मंडी शिवधाम’ प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाएगी सुक्खू सरकार, खर्च करेगी 4 करोड़

शिमला, 13 मार्च। हिमाचल प्रदेश में छोटी काशी कहलाने वाले मंडी में ‘शिवधाम’ बनाने के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ को सुक्खू सरकार आगे बढ़ाएगी। इस प्रोजेक्ट पर सरकार 34 करोड़ रुपये खर्च करेगी। 

हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के अध्यक्ष आरएस बाली ने बुधवार को शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि पिछली सरकार में इस प्रोजेक्ट के लिए 38 करोड़ रुपये मंजूर हुए थे, जिसमें से 16 करोड़ ही खर्च हुआ है। जबकि 22 करोड़ बचा है। अब वर्तमान सरकार 11 करोड़ 62 लाख इसमें और जोड़ेगी। इस तरह मंडी शिवधाम सर्किट पर लगभग 34 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि एचपीटीडीसी जल्द शिवधाम के निर्माण कार्य के लिए टेंडर करेगी। 

उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय शुरू हुई शिव धाम परियोजना के निर्माण कार्य की जांच चल रही है। जल्द इसकी रिपोर्ट आएगी और नए सिरे से काम शुरू किया जाएगा। 

बाली ने कहा कि पूर्व में जिस ठेकेदार ने शिवधाम का काम किया है, वो सही नहीं पाया गया है। इस वजह से काम बंद करना पड़ा है। उनका कहना है कि शिवधाम के निर्माण कार्य में ठेकेदार ने कोताही बरती है और  जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। 

उन्होंने यह भी कहा कि शिवधाम में 12 ज्योतिर्लिंग बनने हैं। इनमें चार ज्योर्तिलिंग बन चुके हैं बाकि आठ ज्योतिर्लिंगों को बनाकर शिव धाम को विकसित करने के लिए उक्त धनराशि खर्च की जाएगी। इसके अलावा एडीबी के तहत भी शिवधाम प्रोजेक्ट के लिए सैंकड़ों करोड़ का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिवधाम को भव्य रूप दिया जाएगा और इसके बनने से मंडी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

जयराम ठाकुर ने वर्ष 2019 में किया था शिवधाम को बनाने का एलान, 2021 में शुरू हुआ था काम

जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यमंत्री 2019 के वार्षिक बजट में मंडी में शिवधाम के निर्माण का ऐलान किया था। लेकिन फारेस्ट क्लियरेंस के कारण यह प्रोजेक्ट काफी समय तक लंबित रहा। सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने पर फरवरी 2021 में जयराम ठाकुर ने इसका विधिवत रूप से शिलान्यास किया था। इसके लिए तत्कालीन जयराम सरकार ने 38 करोड़ के बजट का प्रावधान किया था। यह शिवधाम मंडी की कांगणीधार में 960 मीटर की ऊंचाई पर बन रहा है। 

नौ हेक्टेयर में बन रहे इस शिवधाम में 12 ज्योतिर्लिंगों के अलावा भगवान शिव, गणेश की प्रतिमा, संग्रहालय, हर्बल गार्डन, नक्षत्र वाटिका, एम्फी थियेटर, ओरिएंट सेंटर और कार पार्किंग होगी।

पर्यटन निगम के होटलों का होगा कायाकल्प

रघुवीर बाली ने कहा कि पर्यटन निगम अपने होटलों की मुरमत और विकास के लिए मेगा रिनोवेशन आरंभ कर इनका कायाकल्प करेगा। इसकी शुरुआत में शिमला में होटल पीटरहॉफ और होटल हॉलीडे होम को रेनोवेट करके आधुनिक सुविधाओं से जोड़ा जाएगा। इसके बाद प्रदेश के अन्य होटलों को भी रेनोवेट किया जाएगा। 

बाली ने कहा कि  प्रदेश में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई होमस्टे पॉलिसी बनाई जाएगी, जिसमें प्रदेश के होमस्टे को सुरक्षित और बेहतर सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटकों को सुरक्षित पर्यटन की सुविधा मिले। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *