Shimla: हिमाचल प्रदेश में पिछले 3 माह से चल रही राजनीतिक अस्थिरता का जिम्मेवार कौन हैं? इसका जवाब जनता को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू और सुपर सीएम संजय अवस्थी दें। भाजपा संसदीय क्षेत्र प्रभारी और पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ने सीपीएस संजय अवस्थी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कांग्रेस की हालत यह है कि दूसरों पर अरोप लगाकर ही अपनी राजनीति चमकाने का कार्य कर रहें हैं मुख्यमंत्री सुक्खू तो बोल ही रहें हैं पर उनकी मित्र मंडली जिनके गिरेबान में लाखों गलतियां वह भी बोल रहें हैं उनपर यह कहावत सटीक बैठती हैं छाज़ तो बोले सो बोले पर छलनी भी बोले जिसमें 100-100 छेद। उन्होंने कहा कि आप गैर कानूनी तौर पर चीफ पार्लियामेंट्री सेक्रेटरी बने हुए हैं और उसकी इजाजत कानून भी नहीं देता हैं। उन्होंने कहा 16 माह में 25 हजार करोड़ से ऊपर का कर्जा प्रदेश पर ड़ालकर मुख्यमंत्री ने अपनी कार्यशैली को सही सिद्ध करने के लिए जो केबिनेट रैंक की फौज़ खड़ी की है उसका और उन लोगां का हिमाचल के विकास के लिए क्या योगदान हैं इस पर भी थोड़ा ज्ञान जनता को देने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आपके मंत्री विक्रमादित्य ने क्यों इस्तीफा दिया, क्यों 6 विधायकों ने कांग्रेस का दामन छोड़ा, क्यों प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने अपने ही दल के खिलाफ मोर्चा खोला, क्यों सांसद होते हुए चुनाव लड़ने से इंकार किया यह ऐसे दक्ष प्रश्न हैं जिन्होंने कांग्रेस की आंतरिक मतभेदों को जनता के सामने ला खड़ा किया हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर जो अर्तद्वंद की स्थ्ति पैदा हुई हैं उसका भुग्तान प्रदेश की जनता को करना पड़ रहा है, पिछले 16 महीनों में जनता का एक भी कार्य इस सरकार में नहीं हुआ, एक भी रोजगार युवाओं को नहीं मिला। यहां तक की कोविड काल में सेवा कार्य करने वाले 10 हजार लोगों की नौकरी छिन ली। कांग्रेस कोविड काल की बात करती है परन्तु हमारा प्रश्न है कि उन्होंने इस विकट स्थिति में प्रदेश के लिए क्या किया? जबकि भारतीय जनता पार्टी सेवा कार्य में डटी रही और कांग्रेस के नेतागण कम्बल ओड़कर सोते रहें। उन्होंने कहा संजय अवस्थी बताएं शराब माफिया, खनन माफिया को किसका आर्शीवाद प्राप्त है, आज सोलन ज़िला जोकि इन्डस्ट्री हब हैं। कांग्रेस के सीपीएस की प्रताड़ना से पलायन को मजबूर हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को खोखला करने का हर मुमकिन कार्य इस कांग्रेस सरकार ने किया हैं।
सुखराम चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एकबार फिर भाजपा की सरकार बनने जा रही हैं और जो भाजपा ने 400 पार का नारा दिया है उस लक्ष्य कि ओर अग्रसर हैं। चुनाव के परिणाम आने से पहले भाजपा अपने दो सांसद बना चुकी हैं। उन्होंने कहा भाजपा को ज्ञान देने से पहले कांग्रेस यह जान ले की सबसे पुराना दल होने के बाद भी आज क्षेत्रीय दल से ज्यादा उनकी ओकात नहीं रह गई है। उन्होंने कहा आज जगह-जगह कांग्रेस अपने प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही हैं आलम यह है कि जिन प्रत्याशियों को टिकट मिली हैं या तो वे टिकट वापिस कर रहें है या फिर चुनाव लड़ने में अपनी असर्मथता जता रहें हैं।