शिमला : पटगैहर सड़क की टारिंग का काम अधूरा रह जाना लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। ग्राम पंचायत चमयाणा के तहत आने वाली इस सड़क का टारिंग का कार्य जैहल गांव तक हो चुका है जो चुरटपुल तक किया जाना था। जैहल से चुरटपुल तक करीब 7 गांव सड़क पक्की होने से महरूम हो गए हैं वहीं करीब 28 गांवों को ही सड़क पक्की होने का लाभ मिला पाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि टारिंग का काम बंद हुए करीब 10 दिन हो गए है और टारिंग के कार्य में लगी मशीनें वापस चली गई है। प्रशासन की इस व्यवस्था से लोगों में रोष व्याप्त है।
लोगों का कहना है कि पिछली दफा जब टारिंग का कार्य किया गया था उस समय भी लंबा जुब्बड़ से टिपरा तक सड़क को पक्का नहीं किया गया था, यहां आज भी धूल और गड्ढों के बीच से ही लोगों को मजबूरन सफर करना पड़ रहा है।
लोगों का यह भी कहना है कि करीब 10 साल पहले चुरटपुल से बडैया कैंची तक सड़क भी आज तक पक्की नहीं की गई है जबकि इसमें दो दफा गटका बिछ चुका है। सड़क की ऐसी दशा से लोग उक्ता चुके हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि टारिंग के अधूरे छोड़े गए कार्य को जल्द ही पूरा किया जाए।
वहीं इस बारे जब लोक निर्माण विभाग उपमंडल शिमला के कनिष्ठ अभियंता योगेन्द्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जैहल से चुरटपुल तक करीब 1300 मीटर सड़क का टारिंग कार्य मटीरियल खत्म होने की वजह से रूका हुआ है। उन्होंने कहा इस कार्य को देख रहे ठेकेदार ने अगले हफ्ते तक रूका हुआ काम पूरा कर दिया जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि चुरटपुल से बडैया कैंची का टारिंग कार्य मौसम की खराबी की वजह से बाधित हुआ है इसे भी अप्रूवल मिलने पर जल्द पूरा किया जाएगा।