शिमला. देश के इतिहास में भाजपा का दस साल का शासन काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा। क्योंकि भाजपा ने 10 साल में ऐसे काले कारनामें किए हैं जिसे देश की जनता याद ही नहीं रखना चाहेगी। यह बात कैबिनेट मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने एक प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि
भाजपा ने देश में सेना भर्ती को खत्म कर जो अग्निवीर योजना लाई है उससे दुनिया के सबसे युवा देश भारत के नौजवानों का भविष्य बर्बाद हो गया है। जिसके चलते बीते तीन वर्षों से सेना में एक भी युवा शामिल नहीं हो पाया है। एक स्वतंत्र देश के पीएम मोदी ने तानाशाही अपनाकर एक ओर जहां लोकतंत्र और संविधान को खतरे में डालने का काम किया है तो दूसरी ओर एक ऐसी अग्निवीर योजना लाई है जहां 25 साल का युवा जवानी में ही रिटायर हो जाएगा। जबकि हमारे देश में सरकारी नौकरी करने पर भी 60 वर्ष बाद रिटायर होता है। लेकिन पीएम मोदी की गलत नीतियों के चलते युवा भारत को 25 साल में रिटायर होने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा 2019-20 में पुराने पैटर्न के अनुसार पूरे किए गए अंतिम भर्ती अभियान में देशभर से सेना द्वारा 78,692 उम्मीदवारों का चयन किया गया था। हालांकि, भर्ती 87,152 पदों के लिए निकाली गयी थी लेकिन चयन सिर्फ 78,692 का हुआ। इस प्रकार, पूरे देश से चयनित कुल उम्मीदवारों में से लगभग 24% अकेले पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से थे।हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण नियुक्ति को दो साल के लिए रोक दिया गया था। जिसके बाद केंद्र ने अपनी बहुप्रचारित अग्निवीर योजना शुरू की। जिससे देश का युवा बर्बाद हुआ है
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद 74 साल के हैं और अगले साल अपने ही बनाए नियम के तहत राजनीति से भी रिटायर होने वाले हैं लेकिन इन दिनों 18 वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव में देश की जनता से एक और मौका मांग रहे हैं जो अब उनका सपना पूरा होने वाला नहीं है। क्योंकिं देश की जनता जान चुकी है कि पीएम देश को बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।
मोदी ने अपने शासन के 10 वर्ष के दौरान देश के अमीरों को और अमीर जबकि देश के गरीबों को और गरीब बनाया है। दस वर्ष पूर्व जो देश की जनता से वायदे किए थे आज वे उन वादों का जिक्र तक नहीं करते। पीएम मोदी अच्छे दिन लाने और सबका साथ सबका विकास करने की बात करते थे लेकिन आज न तो देश का विकास हुआ और न सबका साथ मिल पाया।
धनीराम शांडिल ने कहा कि पीएम ने 10 साल पहले विदेश से कालाधन लाने, प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख देने,किसानों की आय दोगुनी करने,सौ स्मार्ट सिटी, आदर्श गांव बनाने जैसी कई वायदे किए थे लेकिन आज न तो किसी स्मार्ट सिटी की बात होती है और न ही विदेश से कालाधन लाकर 15 – 15 लाख देने की। खुद गृहमंत्री अमित शाह इसे एक चुनावी जुमला बता चुके हैं। ऐसे में अब इनका 400 पार वाला नारा भी धराशायी होता नजर आ रहा है। अब देश की जनता इन्हें भली भांति जान चुकी है और 4 जून को इन्हें इन जुमलों पर आईना दिखाने वाली है। देश की जनता इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने जा रही है।