इंडी गठबंधन के खोखले दावों का होगा यह हश्र न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी : महेन्द्र धर्माणी

शिमला :- कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के बयानों पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र धर्माणी ने कहा कि इंडी कांग्रेस गठबंधन एक अपवित्र गठबंधन है, जो 4 जून के बाद बिखर जाएगा। यह गठबंधन दोषारोपण की राजनीति में उलझा हुआ है और इसके पास प्रधानमंत्री पद के लिए कोई उम्मीदवार नहीं है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन कभी भी सरकार बनाने में सक्षम नहीं होगा और जो हिमाचल विधानसभा के चुनाव की तरह खोखले दावे आज लोकसभा चुनाव में कर रहे है उन पर जनता कभी भी मुहर नहीं लगाएगी क्योंकि आज हिमाचल का उदाहरण पूरे देश में प्रस्तुत हुआ है कि कांग्रेस और उसका गठबंधन मात्र सत्ता प्राप्ति के लिए किस प्रकार लोगों को ठगता और भ्रमित करता है। इसमें कोई अतिश्योक्ति नही कि न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी।

धर्माणी ने इंडी गठबंधन को घोर सांप्रदायिक, जातिवादी और परिवारवादी करार देते हुए कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उसने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं होने दिया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, इंडी गठबंधन वालों का हाल तो ऐसा है कि गाय ने दूध दिया नहीं, लेकिन घी खाने के लिए इंडी वालों में झगड़ा शुरू हो गया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि अब ये लोग कह रहे हैं कि हर साल एक आदमी भारत का प्रधानमंत्री बनेगा। पांच साल, पांच पीएम। उन्होंने कहा कि ऐसे देश चलेगा क्या? ये लोग देश को फिर से गड्डे में धकेलना चाहते है। भाजपा का दृष्टिकोण हमेशा से ज्ञान और विकास पर केंद्रित रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नजर हमेशा से जनता की संपत्ति और जमीन पर रही है। कांग्रेस केवल अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की राजनीति करती है, जिससे समाज में विभाजन की स्थिति उत्पन्न होती है। इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी सामाजिक एकता पर जोर देती है और विकास के माध्यम से सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात करती है।
उन्होंने नौकरियां के मुद्दे पर कांग्रेस से सवाल किया है कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन वे नौकरियां कहां गईं? भाजपा का दावा है कि हिमाचल प्रदेश में 10,000 युवाओं ने अपनी नौकरियां खो दी हैं। इसके विपरीत, भाजपा सरकार राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष 60 लाख नौकरियां दे रही है। रोजगार मेलों के आंकड़े भी भाजपा के पक्ष में हैं, जो उनकी नीतियों की सफलता को दर्शाते हैं। इन चुनावों में जनता किस दल को चुनती है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में भाजपा का आत्मविश्वास और कांग्रेस की बौखलाहट स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
प्रदेश प्रवक्ता धर्माणी ने कहा कि प्रदेश में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, कांग्रेस नेताओं की बौखलाहट उनके बयानों में स्पष्ट दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा झूठ और भ्रम फैलाने का है। उनका मानना है कि कांग्रेस और उसके गठबंधन के नेता जनता को गुमराह करने के लिए झूठे वादे करते हैं। हिमाचल की 4 लोकसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होगा और भाजपा पूरे देश में अपने 400 पार के लक्ष्य के साथ भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *