शिमला. विश्व की सबसे बडी पार्टी का दावा करने वाली पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पीएम नरेंद्र मोदी ने “न खाऊंगा न खाने दूंगा” जैसे लोकलुभावन नारा देकर देश की सत्ता पर कब्जा किया। पीएम मोदी के इस दावे की हवा तब निकल गई जब राजनीतिक इतिहास में शताब्दी का सबसे बड़ा घोटाला इलेट्रॉल बांड के रूप में सामने आया। यह देश की राजनीतिक पार्टियों के इतिहास का पहला लीगल घोटाला हुआ है जिसमें बड़ी- बड़ी कंपनियों से इलेक्ट्रोल बांड के जरिये चंदा वसूला गया। यह बात प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी ने एक प्रेस बयान में कही। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घोटाले के सामने आने के बाद प्रधानसेवक और ईमानदारी की कसमें खाने वाले मोदी की पोल खुल गई है। देश को भरष्ट्राचार मुक्त करने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इलेट्रॉल बांड पर मूकदर्शक बन गए हैं। सब कुछ होता देख प्रधानमंत्री के मुंह से एक भी शब्द बोलने की हिम्मत नहीं दिखा सके।
अवस्थी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन धर्म और गौ- रक्षा को लेकर बड़ी- बड़ी बातें करते हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि गौ रक्षा की कसमें खाने वाले पीएम ने बीफ कंपनियों से भी 250 करोड़ रुपए चुनावी चंदे के रूप में वसूल लिए। क्या प्रधानमंत्री देशवासियों को बताएंगे कि गौ- रक्षा की कसमें खाने वाले ‘चंदे के बदले धंधे की अधार्मिक वसूली क्यों कर रहे हैं। देशवासी क्या इसे प्रधानमंत्री का दोहरा चरित्र समझे? मोदी देशवासियों को भरष्ट्राचार मुक्त, विदेशों से कालाधन लाने,2 करोड़ नौकरियों ,15 लाख रुपए लोगों के खाते में देने , किसानों की आय दोगुनी करने जैसे बड़े सपने दिखाकर सत्ता हथियाई जो कि दस साल में चुनावी जुमले साबित हुए हैं। अब देशवासियों को मोदी जी की बातों पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है। क्योंकि पीएम झूठ बोलकर पीएम के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाकर लोगों भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
अवस्थी ने कहा कि BJP को चुनावी बॉन्ड से सबसे अधिक कुल 8,252 करोड़ रुपए का चंदा मिला है।
कंपनी मेघा इंजी. एंड इंफ्रा और उसकी सब्सिडियरी वेस्टर्न यूपी पावर ने भाजपा को 664 करोड़ रुपया दिया। MKJ समूह से भाजपा को 372 करोड़ के बॉन्ड मिले। क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड का. जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहयोगी कंपनी है कंपनी ने बॉन्ड पर भाजपा को 375 करोड़ रुपये दिए।
भारती समूह की चार कंपनियों BJP को 197 करोड़ रुपए मिले हैं। जो देश का सबसे बड़ा घोटाला है।
देश के राजनीतिक इतिहास में पहली मर्तबा धर्म को राजनीति के साथ जोड़ा गया है। भाजपा नेतृत्व कभी भी दस साल में किए गए विकासकार्यो रोजगात,महंगाई,स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे बुनियादी मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ रही है। बल्कि राममंदिर,जाति – सम्प्रदाय,हिन्दू मुस्लिम ,व्यक्तिगत प्रत्यारोप और मंगलसूत्र जैसे तीसरी बार देश की सत्ता पर कब्जा करने के लिए मूँगेरी लाल के सपने देख रहे हैं। देश के 75 साल के राजनीतिक इतिहास में पहली मर्तबा चुनाव प्रचार का स्तर इतना गिर चुका है कि अब मुद्दों की नहीं बल्कि धर्म के नाम पर लोगों को बरगलाने की राजनीति की जा रही है। जोकि न तक देशहित के लिए और न ही एक राजनीतिक क्षेत्र के भविष्य के लिए अच्छे संकेत माने ना रहे हैं।