कहा भ्रष्टाचार, माफिया राज और गुंडा राज में मस्त हिमाचल की मित्रों की सरकार
शिमला, भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने उनके निवास स्थान पर भेंट की। नंदा ने नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रियों बनने और केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनने पर शुभकामनाएं भी दी।
इस अवसर पर कर्ण नंदा ने कहा की प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही है और हिमाचल की मित्रों की सरकार भ्रष्टाचार, माफिया राज और गुंडा राज में मस्त है। हिमाचल प्रदेश के 12 जिलों में हालत खस्ता होती चली जा रही है कहीं भी देखा तो कानून व्यवस्था के चरमराने के कई उदाहरण जनता के समक्ष आ रहे हैं।
उन्होंने कहा की तीन दिन से लापता अमेरिकी नागरिक का शव रविवार को हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में की और ताशीगंग के बीच एक खड्ड से बरामद किया गया।
हिमाचल प्रदेश में हर साल लाखों सैलानी प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा देखने के लिए आते हैं और अपने साथ यादगार पल समेट कर ले जाते हैं। वहीं, कुछ पर्यटक ऐसे भी हैं, जिनके साथ दुर्व्यवहार की घटना देखने को मिलती है, एक ऐसा ही मामला चंबा जिले के पर्यटन स्थल खज्जियार से सामने आया है। जहां पंजाब से घूमने आये तीन पर्यटकों की स्थानीय लोगों से किसी बात पर बहस हो गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पर्यटक की जमकर पिटाई कर दी। यह देवभूमि हिमाचल पर बड़ा दाग है ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए और इस कांग्रेस सरकार में ऐसी घटनाएं बड़ी संख्या में दिखाई दे रही है। राजधानी में 15 साल की नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया, पीड़िता के साथ दुष्कर्म होने का पता तब चला जब उसके पेट में दर्द उठा।
उन्होंने कहा मित्रों की सरकार कांग्रेस सरकार में नल से जल गायब हो गया है प्रदेश में भारी जल संकट उत्पन्न हो गया है पर कांग्रेस सरकार मस्त है जहां जनता त्रस्त है।
उन्होंने कहा की बारिश न होने और प्रचंड गर्मी की वजह से हिमाचल प्रदेश में जल संकट गहरा गया है। सूबे की करीब 1000 पेयजल योजनाओं में पानी न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। पर सरकार एक्शन मोड़ में नहीं दिखा रही है, सरकार स्विच ऑफ मोड़ पर है।
उन्होंने कहा की शिमला और सोलन जिले में पानी के लिए हाहाकार मच गया है। बिलासपुर जिला में भी दिन ब दिन हालात गंभीर होते जा रहे हैं।
जल शक्ति विभाग भी वैकल्पिक इंतजामों में जुट गया है, पर उनसे कुछ भी नहीं होंपा रहा हैं। भीषण गर्मी के बीच कई इलाकों में उपभोक्ताओं को चौथे से सातवें दिन पानी मिल रहा है। कई इलाकों में पिछले 20 दिन से पानी नहीं आ रहा है।
प्रदेश में जल शक्ति विभाग की कुल 10,067 पेयजल परियोजनाएं हैं। इनमें से 1000 योजनाओं में जलस्तर 80 फीसदी तक घट गया है। इन योजनाओं में जलस्तर इतना कम हो गया है कि जलशक्ति विभाग के टैंक नहीं भर पा रहे हैं। शिमला जिले के तहत राजधानी शिमला और ठियोग के अलावा सोलन जिला के कसौली, धर्मपुर में सबसे अधिक जल संकट है। ठियोग में 84 पेयजल योजनाएं सूखीं, महज 7 टैंकरों से सप्लाई शिमला जिले के तहत उपमंडल ठियोग में कुल 313 पेयजल योजनाएं हैं, जिनमें से 84 सूख गई हैं। कुछ इलाकों में लोगों को हफ्ते में सिर्फ एक दिन टैंकरों से पानी मिल रहा है। जलसंकट से जूझ रही हजारों की आबादी को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए जल शक्ति विभाग ने महज 7 टैंकर लगाए हैं। शिमला को पानी की आपूर्ति करने वाली गिरि और गुम्मा परियोजना में जलस्तर घटने से राजधानी में जल संकट गहरा गया है।