हिमाचल की खस्ता माली हालत पर बजट सत्र में श्वेत पत्र लाएगी सुक्खू सरकार

शिमला, 02 मार्च। हिमाचल प्रदेश की खस्ता माली हालत को लेकर कांग्रेस और भाजपा में सियासी जंग छिड़ गई है। सूबे की कमान संभालने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पूर्व भाजपा सरकार पर लगातार हमलावर हैं। उनकी अगुवाई वाली सरकार भाजपा शासन के आखिरी वर्ष खोले गए सैंकड़ों संस्थानों पर तालाबंदी कर चुकी है।

मुख्यमंत्री ने पिछली भाजपा सरकार पर वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने भाजपा सरकार में हुई कथित आर्थिक अनियमितताओं के खिलाफ श्वेत पत्र लाने का बड़ा ऐलान किया है।

गुरुवार को शिमला स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री सूक्खु ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जयराम सरकार के समय में फिजूलखर्ची और वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं, जिसके चलते आज हिमाचल प्रदेश कंगाली के दौर में है। प्रदेश पर 75 हज़ार करोड़ का कर्ज़ है। इसके अलावा कर्मचारियों की देनदारी अभी बहुत ज्यादा है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए कम से कम चार साल लगेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी विधानसभा सत्र में राज्य की आर्थिक स्थिति पर श्वेत-पत्र लाएगी ताकि लोगों को इस बारे में वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया जा सके। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को सलाह देते हुए कहा कि कोई भी आरोप लगाने से पहले वे पूर्व भाजपा सरकार के पांच वर्षों के कार्यकाल का आत्म-विश्लेषण अवश्य कर लें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण से आगे बढ़ रही है ताकि लोगों की आकांक्षाओं को पूर्ण किया जा सके।

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार को 75 हजार करोड़ रुपये का ऋण और 11 हजार करोड़ रुपये सरकारी कर्मचारियों के एरियर की देनदारी विरासत में मिली है। इसके अतिरिक्त पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम छः माह में 900 से अधिक संस्थान खोले अथवा स्तरोन्नत किए, जिससे प्रदेश के राजस्व पर 5000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री व नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार के श्वेत पत्र लाने के फैसले पर तंज कसा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार जल्द श्वेत पत्र लाने की बात कर रही है हम उसका स्वागत करते हैं और उस श्वेत पत्र पर हम खुली चर्चा करने को तैयार है।
उन्होंने कहा कि जो आंकड़े कांग्रेस के नेता जनता के समक्ष पेश कर रहे हैं वह पूर्ण रूप से गलत है। अगर सत्ता में रहते किसी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा ऋण लिया है तो वह कांग्रेस है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सरकार चलाते तीन महीने हो गए हैं और अभी तक हिमाचल प्रदेश में कोई भी नया कार्य नहीं हुआ है । मुख्यमंत्री को भाजपा के ऊपर आरोप लगाने के बजाय हिमाचल प्रदेश में कुछ नया करके दिखाना चाहिए।
जब से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तबसे पूरे प्रदेश में विकास ठप है। उन्होंने सवाल किया है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू आर्थिक बदहाली का रोना कब तक रोते रहेंगे। उन्होंने कहा कि केवल पांच साल में ही हिमाचल प्रदेश की स्थिति ऐसी नहीं हुई है। इससे पूर्व में अधिकतर समय तक कांग्रेस की सरकार रही जो हिमाचल प्रदेश की कंगाली के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं भाजपा उसको भी उजागर करेगी।

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