शिमला, 25 सितंबर। विपक्षी दल भाजपा ने सोमवार को राजधानी शिमला में शक्तिप्रदर्शन करते हुए विधानसभा का घेराव किया। इस दौरान भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर जुटे और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रश्नकाल के बाद प्वाइंट आफ आर्डर के तहत मामला उठाया कि भाजपा ने सोमवार को विधानसभा घेराव के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया। लेकिन इस दौरान पुलिस ने सामान्य रास्ते भी बंद कर दिए और भाजपा के विधायकों को विधानसभा परिसर में आने में परेशानी हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदर्शन में शामिल भाजपा विधायक जनक राज को सिर में चोट लगी है। उन्होंने इसके लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को निंदनीय करार दिया और कहा कि जब भाजपा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया गया तो इस तरह की कार्रवाई की कतई जरूरत नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रदेश भाजपा प्रभारी को विधानसभा स्थित मेरे चैंबर में आने से रोका गया। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में इस तरह की स्थिति पहले कभी नहीं हुई। पुलिस का यह व्यवहार निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस पर सरकार की तरफ से उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधायक चाहे सतापक्ष के हों या विपक्ष के, सरकार इनका सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान होने वाले प्रदर्शन में सुरक्षा व विधानसभा के गरिमापूर्ण संचालन की दृष्टि से व्यवस्था की जाती है और यह व्यवस्था पूर्व सरकार के समय से रही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को निर्देश दिए गए थे कि प्रदर्शन के दौरान विधायकों का सम्मान के साथ आना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को सलाह दी कि प्रदेश भाजपा प्रभारी को विधानसभा परिसर के भीतर आने के लिए उनका पास बनाया होता, तो ऐसे दिक्कत न आती।