ऊना ,17 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के हरोली के औद्योगिक क्षेत्र टाहलीवाल के अंतर्गत बाथू में झुग्गी में प्रवासी मजदूर की झुग्गी में भीषण आग लग गई। आधी रात को पेश आये इस अग्निकांड में महिला व उसके दो मासूम बच्चों की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। जबकि महिला का पति बुरी तरह से झुलस गया है। इस घटना में नो माह के दूधमुंहे बच्चे, पांच साल की बच्ची और उनकी 25 वर्षीय माता की मृत्यु हुई है। पुलिस ने इनके शवों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में रखा है। मृतकों की पहचान सुमित्रा देवी 25 साल, अंकित 9 माह व नैना 5 साल के रूप में हुई है। जबकि घायल विजय शंकर की गम्भीर हालात को देखते हुए पीजीआई चंडीगढ़ रैफर करने की सूचना है।
प्रथम दृष्टि में आग लगने का कारण झुग्गी के अंदर ही बनाया गया चूल्हा बताया जा रहा है। मिली जानकारी अनुसार यूपी का रहने वाला विजय शंकर का परिवार रोजाना की तरह रात को खाना खाने के बाद सो गया तो आधी रात को इनकी झुग्गी में अचानक ही आग भड़क उठी। गहरी निद्रा में सो रहे परिवार को विकराल आग ने अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें दो मासूम बच्चों व महिला की दर्दनाक मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही टाहलीवाल पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचाया। मरने वालों में घायल विजय शंकर की पत्नी सुमित्रा, बेटा अंकित व साली नैना शामिल हैं।
उना के एएसपी संजीव भाटिया ने रविवार को बताया कि बाथू में आग से जलकर तीन मौतें हुई है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।