प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हिमाचल प्रदेश को 31 मार्च 2026 तक स्वच्छ और हरित राज्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। रज्जू मार्ग स्वच्छ और हरित राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। तारा देवी से शिमला रज्जु मार्ग के लिए प्रदेश सरकार और न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) वित्तीय सहायता करेगी। 80 फीसदी ऋण एनडीबी और 20 फीसदी प्रदेश सरकार अनुदान करेगा। 1734.40 करोड़ रुपये के प्रस्तावित रज्जु मार्ग से शिमला शहर की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। प्रदेश 44 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके है जबकि 46 स्टेशन का क्रियानव्यन चला हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्वत माला प्रोजेक्ट के तहत अधिक से अधिक प्रोजेक्ट हिमाचल के लिए मांगे गए है।
हिमाचल की पहचान रज्जु मार्ग से – संजय गुप्ता
रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में रज्जु मार्गों के लिए प्रदेश सरकार विशेष तौर पर कार्य कर रही है। देश दुनिया के हितधारकों ने हिमाचल में रुचि दिखाना शुरू किया है। हमें केवल रज्जु मार्गो को पर्यटन की दृष्टि से ही नही बल्कि यातायात की दृष्टि से भी देखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिमला, धर्मशाला, किलाड़, नारकंडा- हाटु पीक, जाबली- कसौली, शिरगुल महादेव, पुंडरिक ऋषि मंदिर रज्जु मार्ग जिला मंडी में बनना प्रस्तावित है।उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट जब धरातल में आंरभ हो जाएंगे तो हिमाचल की पहचान रज्जू मार्ग से होगी।
स्थानीय और पर्यटकों के लिए भिन्न होगा किराया
उक्त रज्जु मार्ग के आंरभ होने से किराये की दरें स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए अलग अलग होंगी। इस बैठक में विस्तृत रूप से चर्चा की गई कि किराया प्रदेश सरकार तय करेगी लेकिन किराया आम जनता की जेबों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा
एक घंटे में दो हजार लोग कर सकेंगे सफर
रज्जु मार्ग में एक तरफ से एक हजार लोगों की आवाजाही शुरूआती तौर पर रहेगी। वहीं दोनों तरफ से दो हजार लोग एक घंटे में सफर कर पाएंगे। वहीं 2059 तक रज्जु मार्ग में 3 हजार लोगों को एक तरफ से ले जाने की व्यवस्था तैयार हो जाएगी। ऐसे में 6 हजार लोग एक घंटे में सफर कर सकेंगे। दुनिया में सबसे लंबा रज्जु मार्ग बोलीविया में 32 किलोमीटर का है। शिमला का प्रस्तावित रज्जु मार्ग 60 किलोमीटर का क्षेत्र कवर करेगा।
गंढोले पर होंगे सोलर पैनल
इस प्रोजेक्ट को हरित उर्जा के लिए जोड़ा जाएगा। जहां पर स्टेशन स्थापित होंगे वहां पर भी सोलर पैनल स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही गंढोले पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक ऊर्जा का दोहन किया जा सके।
यहां बनेगें स्टेशन
रज्जु मार्ग के तहत विभिन्न स्थानों पर स्टेशन बनाए जाएंगे। जिसके लिए तारादेवी, चक्कर कोर्ट, टुटीकंडी पार्किंग, न्यू आईएसबीटी, 103 टनल, रेलवे स्टेशन, विक्ट्री टनल, ओल्ड बस स्टैंड, लक्कड़ बाजार, आईजीएमसी, संजौली, नवबहार, सचिवालय, लिफ्ट के पास रोपवे के बोर्डिंग स्टेशन चिन्हित किए गए हैं।