शिमला, 19 मार्च। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा वितीय वर्ष 2023-24 के लिए गत शुक्रवार को विधानसभा में पेश बजट पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे जनता को गुमराह करने वाला बजट बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट में ना तो विजन है ना डायरेक्शन है।
अनुराग ठाकुर ने रविवार को एक बयान में कहा, कि “जब से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार आई है तब से विकास के सारे कार्य ठप हैं। कांग्रेस सरकार का यह बजट पूरी तरह दिशाहीन है। कांग्रेस का यह बजट नीयत और नीति विहीन है। इस बजट में मात्र भाजपा सरकार की योजनाओं का नाम बदलने का काम किया गया है। हिमाचल की कई महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे गृहिणी सुविधा योजना, शगुन योजना, सहारा योजना, हिम केयर योजना और मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के ऊपर चुप्पी का मतलब है कि इस बजट में इन योजनाओं के लिए कोई प्रवर्धन नहीं किया गया”
कांग्रेस पर महिलाओं को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ” बजट घोषणा में इन्होंने हिमाचल प्रदेश में मात्र 2 लाख 31 हज़ार महिलाओं को ₹1500 प्रतिमाह देने की बात की है। इसकी भी देनदारी के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं दिखता। जब यह सरकार बनी थी तो हिमाचल की 32 लाख महिलाओं की बात की जा रही थी। इससे पता चलता है कि यह सरकार लोगों को सिर्फ गुमराह कर रही है।”
हिमाचल सरकार द्वारा बजट में केंद्र सरकार के बजट की नकल करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ” केंद्रीय बजट में पूरे भारत में 197 मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की गई है। इसका श्रेय राज्य की कांग्रेस सरकार लेना चाहती है। ग्रीन एनर्जी और क्लाइमेट चेंज पर भी केंद्र सरकार ने बजट में विशेष प्रावधान किए हैं। मुख्यमंत्री जी ग्रीन एनर्जी की घोषणा कर इसका भी श्रेय खुद लेना चाहते हैं।”
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर बजट में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, कि राज्य सरकार के बजट में कहीं भी गोबर खरीदने, दूध खरीदने या 300 यूनिट फ्री बिजली का जिक्र नहीं किया गया है।