शिमला। विश्व बैंक के टीम लीडर बेकजोड ने आज यहां राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी से भेंट की। इस दौरान प्रदेश के बागवानों-किसानों के समक्ष पेश आ रही चुनौतियों को लेकर चर्चा की गई। बागवानों को उच्च गुणवत्ता युक्त पौधे उपलब्ध करवाने, सिंचाई, परिवहन, विपणन और भंडारण की बेहतर सुविधाएं प्रदान करने, फसलों के बेहतर दाम और पुराने पौधों की जगह नए पौधे लगाने पर भी विशेष चर्चा की गई। वहीं सेब उत्पादक राज्यों से प्रदेश के बागवानों के समक्ष पेश आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए भी कार्य योजना बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि विश्व बैंक की बागवानी विकास परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में इस परियोजना में बागवानी, कृषि और पुशपालन जैसी गतिविधियों को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में समग्र दृष्टिकोण के साथ प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा जाएगा। सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी।
बेकजोड ने प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि बागवानी विकास परियोजना में प्रदेश ने बेहतरीन समन्वय से कार्य किया है और वह आगे भी प्रदेश सरकार के साथ इस परियोजना में बागवानों-किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि वह भविष्य में भी प्रदेश सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोेण से कार्य करने के लिए तत्पर हैं।
बागवानी मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार इस दिशा में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
इस मौके पर सचिव बागवानी सी पालरासू, बागवानी विकास परियोजना व एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक सुदेश कुमार मोख्टा और निदेशक बागवानी विनय सिंह उपस्थित थे।