शिमला, 08 अप्रैल। नोफल एक उम्मीद चेरिटेबल ट्रस्ट गरीब व बेसहारा बच्चों के जीवन में उजाला लाने के लिए कई कदम उठा रही है। संस्था ऐसे बच्चों का चयन करती है, जिनके माता-पिता नहीं हैं अथवा जिनके परिजन पढ़ाई का खर्चा नहीं उठा सकते। संस्था ऐसे बच्चों को ड्रेस, जूते, कापी-किताब, बैग भी मुफ्त में उपलब्ध करवाती है।
निरक्षर बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाने का काम करती है। ताकि गरीब बच्चे शिक्षित होकर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकें। ऐसा नहीं है कि संस्था गरीब बच्चों को केवल शिक्षा ही देती है, बल्कि मनोरंजन व ज्ञानवर्धन के लिए बच्चों को धार्मिक यात्राओं पर भी ले जाती है।
इस कड़ी में नोफल एक उम्मीद चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से शिमला के गवरमेंट स्कूल बगैन के 11 बच्चो को शिक्षक राजेश की अगवाई मे श्री हमंदिर साहिब अमृतसर (पंजाब) की यात्रा के लिए भेजा गया। श्री हरमंदिर साहिब मे रहने खाने पीने और यात्रा की सारी व्यवस्था नोफल एक उम्मीद संस्था द्वारा की गई।
नोफल संस्था के संचालक गुरमीत सिंह ने बताया कि भविष्य मे भी संस्था द्वारा ऐसे धार्मिक यात्रा का आयोजन किया जाएगा और जिन बच्चों के पास हिमाचल से बाहर जाने और घूमने के संसाधन नही हैं। उन बच्चो को नोफल संस्था के माध्यम से भविष्य में भी भेजा जाएगा।