जिला प्रशासन की सक्रियता से ऊना शहर में सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित,,डीसी-एसपी ने बाजार का निरीक्षण कर हटवाया अतिक्रमण, उठाए प्रभावी कदम

ऊना। नववर्ष के पहले दिन से ही जिला प्रशासन ऊना जनभलाई में पूरी सक्रियता और तत्परता से फील्ड में डटा दिखा। उपायुक्त जतिन लाल ने पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान और नगर परिषद ऊना के अधिकारियों के साथ ऊना के पुराने बाजार का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बाजार में उत्पन्न समस्याओं का जायजा लिया और त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई की।
दरअसल, नववर्ष के उपलक्ष्य में ऊना के व्यापारिक प्रतिष्ठानों द्वारा दी गई छूट और सेल के कारण बाजार में बीते एक-दो दिनों से भारी भीड़ उमड़ रही थी। ऐसे में विक्रेताओं द्वारा दुकानों के आगे अतिक्रमण, रेहड़ियां लगाने और अस्थाई व्यापारिक ढांचे खड़े करने से यातायात बाधित हो रहा था, साथ ही आम जनता को भी आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। इससे आपातकालीन सेवाओं की निर्बाध उपलब्धता भी प्रभावित हो रही थी। लोगों को हो रही इन समस्याओं का समाधान करने के लिए उपायुक्त जतिन लाल ने स्वयं प्रशासनिक अमले के साथ बाजार का दौरा किया, स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया और त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने विक्रेताओं के लाइसेंस और नगर परिषद द्वारा जारी अनुमति पर्चियों की जांच की। इस दौरान अतिक्रमण करने वाले विक्रेताओं की रेहड़ियों को मुख्य मार्ग से हटवाया गया और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया गया। उपायुक्त ने कहा कि भविष्य में ऐसी बिक्री गतिविधियों को खुले और व्यवस्थित स्थानों पर आयोजित करने के प्रयास किए जाएंगे, ताकि आमजन को किसी प्रकार की असुविधा न हो और बाजार की व्यवस्था बेहतर बनी रहे।
गौरतलब है कि बीते दिन प्रशासन ने यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर अनाधिकृत व्यापारिक गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया था। वहीं, मिनी सचिवालय से गलुआ चौक और मिनी सचिवालय से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना तक के क्षेत्र को नो-वेंडिंग जोन घोषित किया गया था।


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