शिमला, 14 अप्रैल । मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों की कठिनाइयों से भलीभांति परिचित है और उनके दैनिक जीवन को सरल एवं सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति जिला में आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए तकनीक के अधिकाधिक उपयोग पर बल दिया जाएगा। स्पिति घाटी तक 4जी सेवाओं का विस्तार कर इससे आर्थिकी को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जनजातीय जिला लाहौल-स्पिति के तीन दिवसीय प्रवास के पहले दिन शुक्रवार को कुंगरी गोम्पा में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद वह पहली बार स्पिति के प्रवास पर आए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए दृढ़ संकल्प है और इस वर्ष हिमाचल दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह काजा में मनाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की संस्कृति एवं यहां के लोगों से जुड़ाव और भी सशक्त होगा।
सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण गर्त में गई अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने की दिशा में प्रदेश सरकार ठोस कदम उठा रही है और आगामी चार वर्षों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी के सहयोग से अगले दस वर्षों में हिमाचल देश के सबसे समृद्ध राज्यों की श्रेणी में शुमार होगा। उन्होंने पुनः दोहराया कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं आए हैं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से बजट में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बजट में पात्र विधवा महिलाओं को गृह निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज पर शिक्षा ऋण का प्रावधान किया गया है। सौर ऊर्जा को स्वरोजगार से जोड़ते हुए प्रदेश सरकार ने 250 किलोवाट से दो मेगावाट तक सोलर पावर प्रोजेक्ट के लिए 40 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया है, जिससे युवाओं को आय के साधन उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुंगरी मोनेस्ट्री के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की।
हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल
राज्यपाल ने दी हिमाचल दिवस की बधाई
शिमला, 14 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने प्रदेशवासियों को 76वें हिमाचल दिवस पर बधाई दी है।
शुक्रवार को अपने शुभकामना सन्देश में राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। कुदरत ने इसे अपार प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से नवाजा है। उन्होंने कहा कि यहां के मेहनती एवं कर्मठ लोगों ने राज्य के विकास में अपना भरपूर योगदान दिया है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी प्रदेशवासियों के रचनात्मक सहयोग से हिमाचल प्रगति पथ पर अग्रसर रहेगा। उन्होंने राज्य के लोगों की सफलता और खुशहाली की भी कामना की।