SHIMLA.भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी अपने शैक्षणिक, अनुसंधान और नवाचार में 15 वर्षों की उत्कृष्ट यात्रा को भव्य आयोजन के साथ मनाएगा। संस्थान के इस भव्य आयोजन की थीम “उपलब्धियों के पंद्रह वर्ष – CFA-2025″ राखी गई है। यह आयोजन आईआईटी मंडी के सुरम्य परिसर में 7 और 8 मई 2025 को आयोजित किया जाएगा। भारत की माननीय राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मु इस ऐतिहासिक अवसर की गरिमा बढ़ाएंगी, जो इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी।
CFA-2025 के अंतर्गत, आईआईटी मंडी एक बहुविषयक अनुसंधान सम्मेलन का भी आयोजन कर रहा है, जिसमें आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स, सेमीकंडक्टर्स, क्वांटम टेक्नोलॉजी, उन्नत सामग्री और उद्यमिता जैसे उभरते हुए तकनीकी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस सम्मेलन में विश्व भर के विचारशील नेताओं और शोधकर्ताओं की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी।
इस कार्यक्रम में कई लोकप्रिय वक्ता शामिल होंगे जिनमें शामिल हैं– प्रोफेसर रिचर्ड सीगल, रेंससेलर पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट, यूएसए; प्रोफेसर ओसामा खातिब, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी; प्रोफेसर रॉबर्ट विले, टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख, जर्मनी; डॉ. रणधीर ठाकुर, सीईओ और एमडी, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स; डॉ. जेम्स मैकलॉघलिन, अल्स्टर यूनिवर्सिटी, यूके; प्रोफेसर गणपति रामनाथ, आरपीआई, यूएसए; प्रोफेसर अनिर्बान बंद्योपाध्याय, एनआईएमएस, जापान; प्रोफेसर फैबियन ब्रेटेनेकर, फ्रांस, सीएनआरएस; डॉ. बिक्रमजीत बसु, सीजीसीआरआई; डॉ. शांतनु चौधरी, आईआईटी दिल्ली और डॉ. उमेश वाघमारे, जेएनसीएएसआर।
इस उत्सव में मुख्य सत्र, पैनल चर्चाएं, तकनीकी प्रदर्शन, पोस्टर प्रस्तुतियां और विज्ञान, इंजीनियरिंग और नवाचार में उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार वितरण समारोह भी शामिल होंगे।
आईआईटी मंडी ने बहुत कम समय में भारत में अनुसंधान उत्कृष्टता और नवाचार का एक केंद्र बनकर उभरने में सफलता प्राप्त की है, और यह राष्ट्रीय अभियानों तथा वैश्विक ज्ञान प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। CFA-2025 केवल अब तक की उपलब्धियों का उत्सव नहीं, बल्कि उभरती हुई तकनीकी नेतृत्व और समाज के प्रति उत्तरदायी शिक्षा की दिशा में एक सशक्त कदम भी है।