करसोग। पांगणा उप-तहसील के सरही निवासी शुभम ठाकुर ने नीट की परीक्षा उत्तीर्ण कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। शनिवार को नीट परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ है। शुभम ठाकुर ने परीक्षा उत्तीर्ण कर अपने परिवार, रिश्तेदारों और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। परीक्षा में उत्तीर्ण होने की खबर जैसे ही क्षेत्र में फैली, गांववासियों और रिश्तेदारों द्वारा शुभम के परिवार को बधाइयाँ देने का सिलसिला शुरू हो गया।
शिक्षित परिवार की प्रेरक कहानी
शुभम के पिता का नाम नेत्र ठाकुर एवं माता का नाम आशिमा ठाकुर है। दोनों ही राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रवक्ता पद पर सेवारत हैं। शुभम ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगशाड़ के पूर्व छात्र तथा मूलतः पांगणा क्षेत्र के ऐतिहासिक सरही गांव के निवासी हैं।
क्षेत्र के युवाओं के लिए बना प्रेरणा स्रोत
शुभम की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि समूचे क्षेत्र के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गई है। उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना तहसील करसोग व उप-तहसील पांगणा-बगसाड़ क्षेत्रवासी कर रहे हैं।
एक ही परिवार से तीन डॉक्टर – अनोखी उपलब्धि
गौरतलब है कि बही-सरही पंचायत के ऐतिहासिक सरही गांव के एक ही परिवार से अब तीन युवा MBBS डॉक्टर बनने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत शुभम के ताऊ, प्रधानाचार्य बेली सिंह ठाकुर के बेटे हितेश ठाकुर और बेटी मिताली ठाकुर द्वारा नीट परीक्षा पास कर की गई थी। हितेश और मिताली वर्तमान में MBBS चतुर्थ वर्ष के छात्र हैं।
गांव की पहचान बनता ‘सरही’ – शिक्षा में अग्रणी
शुभम की सफलता इस बात का उदाहरण है कि छोटे से गांव में भी बड़े सपने देखे जा सकते हैं और उन्हें मेहनत के बल पर साकार किया जा सकता है। यह सफलता न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे सरही गांव की शिक्षा में अग्रणी भूमिका को दर्शाती है।