नई दिल्ली, 07 जून। तमाम प्रयासों के बावजूद मार्ग दुर्घटनाओं में कमी न आ पाने पर चिंतित केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि रोड इंजीनियरिंग में खामियों की अनदेखी नहीं की जा सकती। इसमें एक-एक गलती सैकड़ों लोगों की जान लेती है। इसके लिए सिविल इंजीनियरों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।
सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम में बोले गडकरी
गडकरी ने बुधवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता से जुड़े कार्यक्रम में कहा कि अगर सड़क सुरक्षा के लिए रोड इंजीनियरिंग को सुधारना है तो सबसे पहले इसमें काम करने वाले इंजीनियरों के लिए एक डिप्लोमा तय किया जाना चाहिए। सड़क सुरक्षा का यह डिप्लोमा किए बिना किसी इंजीनियर का प्रमोशन नहीं किया जाएगा।
‘रोड सेफ्टी के सामान्य कामों के लिए 10 लाख खर्च करने की दी छूट’
गडकरी ने कहा कि मैंने अफसरों को बोला है कि भले ही प्रशिक्षण आठ दिनों का हो, लेकिन यह अनिवार्य होना चाहिए। रोड इंजीनियरिंग में हुईं गलतियों के लिए सबसे अधिक जिम्मेदारी इन्हीं की है। गडकरी ने यह जानकारी भी दी कि पहली बार एनएचएआइ ने सभी परियोजना निदेशकों को रोड सेफ्टी के सामान्य कामों के लिए तत्काल दस लाख रुपये खर्च करने की भी छूट दी है।
‘दुर्घटनाओं के कारणों की तह में जाने की जरूरत’
उन्होंने कहा कि इसके तहत कई काम हो सकते हैं, जैसे किसी स्थान पर कोई खामी दूर करना, साइन बोर्ड लगाना या फिर मार्किंग। इस पैसे से परियोजना निदेशक मार्ग दुर्घटना वाली जगह को सुधार सकते हैं। गडकरी ने मार्ग दुर्घटनाओं के कारणों की तह में जाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि हर मामले में ड्राइवर को दोषी ठहरा देना किसी निर्बल की बलि देने के समान है। असली खामी कुछ और थी, जिसे ठीक करने की जरूरत है।