कुल्लू। उपायुक्त कुल्लू, तोरुल एस.रवीश ने बताया कि हाल ही में भारी वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने राहत और पुनर्वास कार्य को युद्धस्तर पर जारी है।
उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि प्रभावित लोगों के पुर्नवास एवं सहायता के आलावा जिले में सड़कें, पेयजल योजनाएँ और मोबाइल नेटवर्क प्रणाली को शीघ्र सामान्य किया जाएँ, ताकि आम जनता को किसी प्रकार कि असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और राहत व पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि ज़िलावासियों की मूलभूत आवश्यकताओं को बहाल करने के लिए पुरा प्रशासन दिन-रात कार्यरत हैं और इन्हें बहाल करने के युद्धस्तर पर कार्यं जारी है। उपायुक्त ने जानकारी दी कि जिला में मुख्यता सडकों की बहाली के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ-साथ 12 पोकलेन मशीनें और 52 जेसीबी मशीनें लगातार कार्य कर रही हैं। इसके अतिरिक्त 11 लोडर, 19 टिप्पर भी सड़कों को खोलने के कार्य में लगे हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने भी 4-लेन सड़क बहाली के लिये झिड़ी से रामशिला तक 2 जेसीबी, 2 पोकलेन, 6 डम्पर, जबकि कुल्लू से मनाली तक 5 जेसीबी, 1 ग्रेडर और 12 पोकलेन मशीन लगाई गई हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की मशीनरी भी 4-लेन सड़क को खोलने और यातायात बहाल करने के कार्य में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि भारी वर्षा से जगह-जगह भूस्खलन और व्यास नदी के उफान ने सड़क मार्ग को काफी क्षति पहुँचाई है, परंतु स्थिति को शीघ्र सामान्य करने का पूरा प्रयास जारी है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अधिकांश क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क और मोबाइल नेटवर्क सेवाएँ बहाल कर दी गई हैं। हालांकि, बार-बार हो रहे भूस्खलन से अस्थायी रूप से इन सेवाओं में बाधा आ रही है, लेकिन त्वरित कार्रवाई कर इन्हें फिर से सुचारू किया जा रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला के संवेदनशील स्थानों/सड़कों में लगभग 200 होमगार्ड और पुलिस जवान दिन-रात ड्यूटी पर तैनात हैं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में जिला में सेब सीजन को देखते हुए प्रशासन की प्राथमिकता है कि सेब से लदी गाड़ियाँ सुरक्षित रूप से मंडियों तक पहुँच सकें। साथ ही, जिले में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की नियमित निगरानी की जा रही है और प्रतिदिन समीक्षा कर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि भारी वर्षा से कुल्लू और मनाली शहरों को पेयजल उपलब्ध करवाने वाली दो प्रमुख पेयजल योजनाओं को भारी क्षति पहुँची है। और इन दोनों योजनाओं की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर चल जारी है। विभाग द्वारा पेयजल योजनाओं की बहाली के लिए दो जेसीबी मशीनें, 10 वेल्डिंग मशीनें, जनरेटर सेट और करीब 60 लोगों को मौके पर लगाया है। उन्होंने बताया कि पुरे जिला में पेयजल योजनाओं की बहाली के भी जलशक्ति विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात कार्य में जुटे हैं। उपायुक्त ने कहा कि जिला में प्रभावित बिजली आपूर्ति की बहाली के भी कर्मचारी अधिकारी दिन रात कार्य कर रहे हैं और अधिकतर क्षेत्र विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गयी है।