
कुल्लू। 2 से 8 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले विश्वप्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की तैयारियों को लेकर शनिवार को उपमुख्यमंत्री, मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग रीमा कश्यप वर्चुअल माध्यम से जुड़े। बैठक में अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष एवं विधायक कुल्लू सुंदर सिंह ठाकुर, मिल्क फेडरेशन के अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर, एपीएमसी अध्यक्ष राम सिंह, उपायुक्त एवं उत्सव समिति की उपाध्यक्ष तोरुल एस. रवीश, एसपी डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीसी अश्वनी कुमार सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
उपमुख्यमंत्री, मुकेश अग्निहोत्री ने समस्त प्रदेशवासियों और कुल्लू की जनता को दशहरा उत्सव की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कुल्लू दशहरा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह धर्म, संस्कृति, समाज और इतिहास का अनोखा संगम है, जो हिमाचल की पहचान को विश्व स्तर पर स्थापित करता है। यह उत्सव देवभूमि की सांस्कृतिक पहचान है और पूरी दुनिया से लोग इसे देखने आते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए आयोजन समिति द्वारा उत्सव के खर्चों में कटौती और सभी संध्याओं में प्रदेश के कलाकारों तथा प्रदेश के सांस्कृतिक दलों को ही आमंत्रित किया जाना सराहनीय पहल है।
उपमुख्यमंत्री ने उत्सव समिति को आश्वस्त किया कि उत्सव के आयोजन को लेकर सरकार हर सम्भव सहायता उपलब्ध करवाने के लिये बचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रशासन को लोगों की सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिये विशेष प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान लोगों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शहर में ट्रैफिक प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि किसी भी पर्यटक या स्थानीय व्यक्ति को कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने के लिये उत्सव स्थल और प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों से नज़र रखने के आदेश दिए।
उन्होंने कहा कि आपदा के बाद सड़कों के खराब होने के कारण कुल्लू और मनाली के लिए बंद वॉल्वो बस सेवा को अब सड़कें ठीक होने के बाद पुनः बहाल करने आदेश अधिकारियों को जारी कर दिये गए हैं। इसके साथ ही उत्सव के दौरान लोगों की सुविधा के लिए दशहरा स्पेशल बसें भी चलाने के आदेश जारी किये गए हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू शहर की जलापूर्ति पूरी तरह से बहाल कर दी गई है। उत्सव के दौरान मेला मैदान में जरूरत के अनुरुप पेयजल नल लगवाने के भी आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान सफाई व्यवस्था, पार्किंग का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि उत्सव स्थल और शहर में बिजली आपूर्ति बिना रुकावट सुनिश्चित करने को कहा गया है।
इससे पहले विधायक एवं उत्सव समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस बार उत्सव में खर्चों में कटौती का प्रयास किया गया ताकि आपदा प्रभावितों के लिये मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान दिया जा सके। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान जेबकतरों और अनावश्यक रूप में एकत्रित होने बाले भिखारियों पर भी नज़र रखने के लिये कहा गया है।
इस अवसर पर उपायुक्त तोरुल एस. रवीश ने उपमुख्यमंत्री को पिछले वर्ष दशहरा उत्सव में आय और व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। उन्होंने इस वर्ष आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।