शिमला।राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं, नीतियों और उपलब्धियों के साथ-साथ नशा निवारण पर आधारित जागरूकता अभियान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों तक सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाना और समाज को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए जागरूक करना है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि
इस कड़ी में कामाक्षा संस्कृति लोक कला मंच के कलाकारों द्वारा 4 अक्टूबर, 2025 को ग्राम पंचायत ममेल के बताला बहली और ग्राम पंचायत सनारली के सनारली में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। वहीं सरस्वती कला मंच के कलाकारों द्वारा 5 अक्टूबर, 2025 को ग्राम पंचायत कांडा के राकनी और ग्राम पंचायत खील के कलमा में जबकि 6 अक्टूबर, 2025 को ग्राम पंचायत पांगना के साहल में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम लोगों को जागरुक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, ताकि पात्र लाभार्थी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। साथ ही नशा निवारण संबंधी संदेश लोक कला और संस्कृति के माध्यम से सरल और प्रभावी तरीके से जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने संबंधित पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियों से आग्रह किया हैं कि इन आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभाते हुए कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने आम लोगों से भी आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर राज्य सरकार द्वारा उनके हित में चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी हासिल कर लाभ उठाएं और समाज को नशामुक्त बनाने में अपना सहयोग दें।