शिमला, 04 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में इस बार फल मंडियों में सेब की बिक्री वजन के हिसाब हो रही है। दरअसल प्रदेश सरकार ने सेब की प्रति पेटी के वजन की अपर सीलिंग 24 किलो तय की है। यह व्यवस्था चर्चा का विषय बन गई है। बागवान घाटे का सौदा बताकर इसका विरोध कर रहे हैं। इस कड़ी में ठियोग से कांग्रेस विधायक, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व में प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष रहे कुलदीप सिंह राठौर ने अपनी ही सरकार की घेराबंदी की है। उन्होंने बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को पत्र लिखकर सेब पर लगाई गई 24 किलो की अपर सीलिंग को हटाने की मांग की है।
कुलदीप सिंह राठौर ने मंगलवार को कहा कि जब तक प्रदेश में यूनिवर्सल कार्टन की उपलब्धता नहीं होती है तब तक प्रदेश के सेब बगवानों को इस 24 किलो की अपर लिमिट में छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्होंने बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को पत्र लिख कर बागवानों की मांग उठाई है और वे इस मुद्दे पर बागवानी मंत्री के साथ होने वाली बैठक में भी शामिल रहेंगे।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में सेब वजन से बिक पाए इसके लिए उन्होंने पुरजोर आवाज उठाई और मुखर होकर अपनी बात रखी है। उन्होंने प्रदेश में यूनिवर्सल काटन की उपलब्धता को लेकर कहा कि अगले साल आने वाले सेब सीजन तक प्रदेश में यूनिवर्सल कार्टन की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार को काम करना चाहिए।
इस बीच वाशिंगटन एप्पल पर आयात कर 70 फ़ीसदी से घटाकर 50 फ़ीसदी करने को लेकर प्रदेश कांग्रेस पार्टी लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है। कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्र सरकार के इस फैसले को साफ शब्दों में गलत करार दिया और सेब पर आयात कर को बढ़ाकर 100 फ़ीसदी करने की मांग की। कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि इसका बुरा प्रभाव प्रदेश के बागवानों पर पड़ेगा।