शिमला, 23 जुलाई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में ऐसी कार्य संस्कृति विकसित की जा रही है, जिसमें कोई भी अधिकारी काम नहीं करना चाह रहा है। ज़्यादातर अधिकारी केंद्र में जाना चाहते हैं। कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इसके लिए प्रयास करना भी शुरू कर दिया है। वरिष्ठ अधिकारी जो प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका निभाते हैं, वह आज के वर्तमान हालात से त्रस्त हैं और हिमाचल में अपनी सेवाएं नहीं देना चाहते हैं।
जयराम ठाकुर ने सोमवार को एक बयान में कहा कि अधिकारी ऐसा सामान्य परिस्थिति में नहीं करते हैं कि वह प्रदेश छोड़कर जाना चाहें। जिस तरह के हालात वर्तमान में बन रहे हैं, यह दु:खद है। सरकार में कुछ भी ठीक नहीं हैं, नेताओं के आपसी बातचीत और आरोप-प्रत्यारोप से यह बात साफ़ हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि यह नई तरह का व्यवस्था परिवर्तन है। जहां पर कार्य संस्कृति को इतना ख़राब कर दिया गया है कि कोई अधिकारी यहां काम ही नहीं करना चाहता है। इस तरह का व्यवस्था परिवर्तन आज तक किसी ने नहीं देखा होगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसे हालात प्रदेश के लिए हितकर नहीं हो सकते हैं। सरकार को इस बारे में सोचना होगा। पार्टी और सरकार में चल रही आपसी खींचतान का असर प्रदेश के विकास कार्यों पर नहीं पड़ना चाहिए। इस प्राकृतिक आपदा में सरकार को आपस में और ब्यूरोक्रेसी में सामंजस्य स्थापित करके काम करना चाहिए, जिससे आपदा प्रभावितों की मदद हो सके और लोग इस आपदा के प्रभाव से बाहर आ सकें।