शिमला, 14 अगस्त। हिमाचल की राजधानी शिमला में भूस्खलन और बाढ़ ने भारी कहर बरपाया है। सोमवार को शहर के बालूगंज थाना अंतर्गत आने वाले समरहिल और फागली इलाकों में भूस्खलन की घटनाओं में 13 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान 15 लोग चोटिल हुए।
शिमला के उपनगर समरहिल में भूस्खलन की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हुए प्राचीन शिव बावड़ी मंदिर में फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत व बचाव कर्मी डटे हुए हैं। अब तक घटनास्थल से आठ शव बरामद हुए हैं। इनमें 03 बच्चे, एक महिला और 04 पुरूष के शव हैं। सोमवार देर शाम हादसे वाली जगह दोबारा फ्लड आया, इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा है। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भूस्खलन के दौरान मंदिर में मौजूद करीब एक दर्जन लोग लापता हैं।
ये दर्दनाक हादसा सोमवार सुबह सवा सात बजे के करीब हुआ, जब मंदिर में लोग जलाभिषेक करने पहुंचे थे। मंदिर में हवन यज्ञ और प्रसाद बनाने की भी तैयारी चल रही थी। इसी बीच सैलाब संग आए मलबे और विशालकाय पत्थरों ने मंदिर को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। पल भर में मंदिर का नामो-निशान मिट गया। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। प्रशासन द्वारा चलाए गए रेस्कयू आपरेशन में अब तक आठ शव बरामद किए गए हैं। करीब दो दर्जन लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है।
मृतकों की पहचान प्रदीप पुत्र सुखराम उम्र 25 साल निवासी समरहिल शिव बावड़ी विद्यासागर पुत्र अमित कुमार उम्र 19 साल निवासी समरहिल शिव बावड़ी, अंकुश कुमार पुत्र बाबू सिंह उम्र 26 साल निवासी शिव बावड़ी समरहिल राहुल पुत्र अमित कुमार उम्र 19 साल निवासी शिव बावड़ी समरहिल, सावन कुमार पुत्र श्रवण कुमार उम्र 33 साल निवासी शिव बावड़ी समरहिल, अरुण कुमार पुत्र दयाचंद उम्र 28 साल निवासी शिव बावड़ी समरहिल के तौर पर की गई है।
उधर शिमला के ही फागली में भी भूस्खलन से कई अस्थायी घर क्षतिग्रस्त हुए। यहां मां व बेटी सहित पांच लोगों की मौत हो गई। मृतक मां व बेटी की पहचान कमला ठाकुर (52) पत्नी जनक ठाकुर और पूजा ठाकुर (21) पुत्री जनक ठाकुर के रूप में हुई है। जबकि एक दर्जन लोगों को मलबे से निकाला गया। ये आइंजीएमसी में उपचाराधीन हैं।
18 अगस्त तक बारिश से राहत नहीं, येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक अभी बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 20 अगस्त तक राज्य में मौसम खराब रहेगा। 18 अगस्त तक बारिश को लेकर येलो अलर्ट रहेगा। अगले 24 घंटों के दौरान यानी 15 अगस्त को भारी बारिश होने की आशंका है।
कांगड़ा और सुजानपुर में सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान कांगड़ा में सर्वाधिक 27 सेंटीमीटर बारिश हुई है। इसके अलावा सुजानपुर टीहरा व धर्मशाला में 25-25, पालमपुर में 22, गुलेर में 19, जोगेंद्रनगर, नगरोटा सूरियां में 18-18, कटुआला, सुंदरनगर में 17-17, बलद्वारा में 15, मंडी में 14, बरठीं में 13, नाहन में 11, घुमारवीं व कसौेली में 10-10 सेंटीमीटर वर्षा हुई।
भूस्खलन से दो नेशनल हाईवे समेत 621 सड़कें बंद
प्रदेश में भूस्खलन से सैंकड़ों सड़कें अवरूद्व हो गई हैं, वहीं हजारों ट्रांसफार्मरों के खराब पड़ने से बिजली गुल है। राज्य आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सांय तक राज्य में दो नेशनल हाईवे और 621 सड़कें अवरूद्ध हैं। हमीरपुर व मंडी जोन में 189-189 सड़कें बंद हैं। शिमला जोन में 146 और कांगड़ा जोन में 95 सड़कें बंद हैं। शिमला जोन और शाहपुर जोन में एक-एक नेशनल हाइवे बाधित है। इसके अलावा 4697 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 2672, हमीरपुर में 928, शिमला में 328, सोलन में 130 और उना में 103 बिजली ट्रांसफार्मर खराब हैं। इसके अलावा राज्य भर में 902 पेयजल परियोजनाएं भी बाधित हुई हैं। मंडी में 708 और बिलासपुर में 91 पेयजल परियोजनाएं बंद हैं।