शिमला, 14 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक 17 जिलों से 5-5 कार्यकर्ताओं की प्रदेश स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला भाजपा मुख्यालय दीपकमल में सम्पन्न हुई जिसमें पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करने के लिए योजना व रणनीति बनाई गई।
नए वोट बनाना, वोटों को कटवाना और यदि किसी का स्थान बदल गया है तो उन्हें बदलना यह लोकतंत्र का आधार है। भारतीय जनता पार्टी सजग पार्टी है इसलिए भाजपा इस कार्य में जुटेगी।
कार्यशाला की अध्यक्षता प्रदेश महामंत्री एवं राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार ने की, उन्होंने बताया कि इस बैठक में कुल 72 प्रतिनिधियों में भाग लिया और यह अभियान भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रशिक्षित कार्यकर्ता जिला और मंडल स्तर पर इसी प्रकार की कार्यशाला का आयोजन करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाने का कार्य करेंगे।
कार्यशाला का समापन करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ राजीव बिन्दल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदा के दौर से गुजर रहा है, ऐसे में उन्होनें भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता से अपनी क्षमता से बढ़कर जनसेवा में जुटने का आवाहन किया।
उन्होनें कहा कि प्रियंका वाड्रा का हिमाचल प्रदेश का प्रवास केवल और केवल प्रदेश सरकार की असफलताओं को छुपाते हुए भाजपा की केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने की योजना से किया गया एक प्रयास है। हिमाचल प्रदेश का जनमानस पिछले 9 महीने से प्रियंका वाड्रा द्वारा दी गई गारंटियों के पूरे होने का इंतजार कर रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पहली कैबिनेट में एक लाख नौकरियां और 22 लाख बहनों को 1500 रू महीना व अन्य गारंटियां दी जानी थी परन्तु चुनाव में वोट लेने के बाद हिमाचल की जनता अब ठगा सा महसूस कर रही है। उन्होनें कहा कि प्रियंका वाड्रा के आगमन पर बहनो को लगा था कि 22 लाख हिमाचली बहनो को 13500 रू की बकाया राशि समेत आगामी पैसा मिलना शुरू हो जाएगा, परन्तु ऐसा नहीं हुआ।
डाॅ बिन्दल ने कहा कि सेब के आयात शुल्क को लेकर प्रदेश में सनसनी फैलाने के लिए बिना किसी नोटिफिकेशन के बयानबाजी कर दी गई ताकि गारंटियों की तरफ से ध्यान हटाया जा सके। आयात शुल्क में 35 प्रतिशत की गिरावट करते हुए 15 प्रतिशत रहने की बात कांग्रेस द्वारा कहकर दोबारा से झूठी गारंटियों की तरह जनता को दिगभ्रमित करने का असफल प्रयास किया जा रहा है, यह निंदनीय है।