शिमला, 24 सितम्बर। भाजपा के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस द्वारा लाये गए श्वेत पत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। उनका कहना है कि पूर्व भाजपा सरकार में वितीय कुप्रबन्धन के आरोप लगाने वाला ये श्वेत पत्र कांग्रेस की 10 गारंटियों की तरह झूठा है और उसे कूड़े के डब्बे में फेंक देना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने रविवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि श्वेत पत्र में दिए गए सारे आंकड़े गलत और सच्चाई से परे है। हम कांग्रेस पार्टी को याद दिलाना चाहते हैं कि इस कूप्रबंधन की शुरुआत 1993 से 1998 के कांग्रेस शासनकाल में हुई थी जब कांग्रेस ने इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के नाम पर मार्केट से 1000 करोड़ का लोन लिया था जिसकी दरें बहुत अधिक थी। इस लोन का कोई औचित्य नहीं था।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के 2012 से 2017 तक के शासनकाल में 20000 करोड़ से अधिक का लोन लिया गया था, इसकी कोई आवश्यकता नहीं थी। भाजपा सरकार के दौरान हमने तो कोविड जैसी महामारी का सामना किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में 39014 करोड़ का लोन लिया गया पर देखने की बात तो यह है कि उसमें से ब्याज समेत 38275 करोड़ चुका भी दिए।
उन्होंने कहा कि 2017 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो कांग्रेस काल के 2016 और 2017 की तीन डीए की किस्ते जो कि लगभग 18 प्रतिशत थी उनका भुगतान हमने किया साथ ही हमने 3% और दिया। शायद कांग्रेस पार्टी को यह दिखता नहीं है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि 2012 से 2017 में कांग्रेस पार्टी ने बड़ा लोन लिया था जो कि आज तक के इतिहास में सबसे ज्यादा है, यह लोन 28000 करोड़ से 47000 करोड़ तक पहुंच गया था अगर इसमें उछाल देखा जाए तो 66% का है। कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों के 9000 करोड रुपए देने थे जो कि भाजपा की सरकार ने दिए और साथ ही इस सरकार ने एफआरबीएम एक्ट का पालन भी नहीं किया।
उन्होंने कहा कि जीएसटी कंपनसेशन की बात करें तो पूरे देश में यह पांच साल के लिए मिली थी हिमाचल कोई विभिन्न नहीं है। कांग्रेस पार्टी केवल झूठ बोलकर जनता को गुमराह कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर हिमाचल प्रदेश को आगे ले जाना है तो हमें कुछ करवा करना पड़ता है, ग्लोबल इनवेस्टर मीट की ऊपर केंद्र सरकार द्वारा 10 करोड़ देखी राशि दी गई थी जो कि इन्होंने छुपाने का प्यार किया है। हमारे कार्यकाल में दो ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी हुई जिसमें शिमला में 13000 करोड और मंडी में 28000 करोड के एमओयू साइन हुए। अभी तक 8000 करोड से जादा प्रोजेक्ट धरातल पर उतर चुके हैं। जब मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में स्वयं उद्योग मंत्री थे तब उन्होंने भी इंवरेटर मीट की पर उनसे एक भी एमओयू हस्ताक्षर नहीं जो पाया।
जयराम ने कहा कि यूपीए 1 और 2 के अंतर्गत रेल बजट केवल 108 करोड़ मिल पाया था , पर आज यह 17 गुना बढ़कर 1838 करोड़ पहुंच गया कांग्रेस पार्टी को यह दिखता नहीं है देखना चाहिए। बिलासपुर भन्नुपल्ली लाइन इसका बड़ा उद्धारण हैं।