शिमला, 28 सितम्बर। हिमाचल प्रदेश की समस्त पंचायतों में आगामी दो अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर विशेष ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी। समर्थ कार्यक्रम के तहत इनका आयोजन हो रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबन्धन में ग्रामीण स्तर पर लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ग्राम सभा में मानसून से संबंधित आपदा, भूस्खलन, भूकंप, आग, हवा आदि जैसे प्राकृतिक खतरों से निपटने के लिए सुरक्षित समाधानों को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। बैठक में भूस्खलन शमन गतिविधियों, सुरक्षित निर्माण पद्धितियों व ग्रामीण स्तर पर पारम्परिक निर्माण पद्धतियों को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। भवन निर्माण के लिए पहाड़ी की असुरक्षित कटाई व उसके प्रभाव, मलबे के सुरक्षित निपटारे और वर्षा जल की समुचित निकास प्रणाली की आवश्यकता पर भी मंथन किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि ग्राम सभा के दौरान प्राकृतिक जल निकास क्षेत्रों में निर्माण को प्रतिबंधित करना, जल निकासी चैनलों के समुचित प्रबन्धन, गांवों और घरों में आग के प्रति संवेदनशीलता व सुरक्षा उपायों पर भी चर्चा की जाएगी।