शिमला, 28 सितंबर। मंडी जिला के जोगेंद्रनगर में स्थापित शानन पावर प्रोजेक्ट के मालिकाना हक को लेकर हिमाचल और पंजाब में जंग छिड़ गई है। पंजाब के अमृतसर में आयोजित उतर क्षेत्रीय बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस प्रोजेक्ट को हिमाचल को देना का मुद्दा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने गुरूवार को शिमला में पत्रकारों के साथ अनौेपचारिक बातचीत में कहा कि शानन विद्युत प्रोजेक्ट की 99 साल लीज अगले साल मार्च में पूरी हो रही है। इसलिए यह प्रोजेक्ट हिमाचल को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मामला उत्तर क्षेत्रीय परिषद की अमृतसर में हुई बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाया गया। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से शानन प्रोजेक्ट हिमाचल को वापस करने का आग्रह किया है।
दरअसल यह प्रोजेक्ट पंजाब के नियंत्रण में है। हाल ही में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि पंजाब बिजली बोर्ड ने साल 1975 से 1982 तक अपने खर्चे पर शानन प्रोजेक्ट का विस्तार किया। पहले इसकी बिजली उत्पादन की क्षमता 48 मेगावाट थी, जिसे बढ़ाकर 110 मेगावाट किया गया। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में पूर्व निर्धारित स्थिति बरकरार रखते हुए शानन पावर हाउस की मलकीयत पंजाब के सुपुर्द करने की मांग की।
अब केंद्र सरकार फैसला लेगी कि यह प्रोजेक्ट किसे सौंपा जाए। गौर करने वाली बात यह है कि हिमाचल सरकार आय के नए संसाधन तलाश रही है, ऐसे में लगभग 200 करोड़ रुपए की सालाना आय का इंतजाम करने वाले शानन प्रोजेक्ट पर मालिकाना हक लेने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास करेगी।
सुक्खू ने कहा कि बीबीएमबी में हिमाचल की हिस्सेदारी और एक सदस्य की नियुक्ति की मांग को भी प्रमुखता से उठाया गया है। सुखविंदर सिंह ने बताया कि अब शिमला व कल्लू के लिए अमृतसर से हवाई सेवाएं शुरू होगी जिससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र से आपदा के लिए विशेष राहत पैकेज की भी मांग उठाई गई है, क्योंकि आपदा के मैनुअल के हिसाब से तो प्रदेश को केंद्रीय सहायता मिलनी ही है। इसके अलावा यदि केंद्र विशेष राहत पैकेज देगा तो हिमाचल में बेहतर काम हो पाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर क्षेत्रीय परिषद मीटिंग के दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर के साथ सीमा विवाद को लेकर वहां के राज्यपाल से भी बात की। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग चंबा के चुराह में हिमाचल अंदर तक आ जाते हैं और वहां कब्जा कर देते हैं। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया सर्वे ऑफ इंडिया से मेपिंग करवाकर फेंसिंग करवाई जाए।