शिमला, 04 अक्टूबर। कोरोना काल में नियुक्त आउटसोर्स कर्मचारियों की नौेकरी के मुद्दे पर विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सुक्खू सरकार पर निशाना साधा है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने 1,844 कोरोना आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इन कर्मचारियों को ईमेल के अलावा बर्खास्तगी के ऑर्डर घर भेजे गए हैं। उन्होंने सवाल किया है कि क्या इस सरकार के तुगलकी फरमानों का एक भाग है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस सरकार के पास दिल नाम की कोई चीज नहीं है और मानवता को यह बहुत पीछे छोड़ आई है।
बिहारी लाल शर्मा ने बुधवार को एक बयान मे कहा कि कोरोना काल के दौरान इन कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। कोरोना वार्ड के अलावा अस्पतालों की ओपीडी में इनकी नियुक्ति की गई थी। इसके अलावा लैब में मरीजों के टेस्ट करने का जिम्मा भी इन कर्मचारियों पर था। अब पत्र जारी कर इन कर्मचारियों को अस्पताल में नहीं आने के लिए कहा गया है। नौकरी से निकालने पर इन कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है।
उन्होंने बताया कि विधानसभा के भीतर विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और भाजपा विधायकों ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। सरकार से इन कर्मचारियों की नौकरी बहाल करने की मांग की गई। भाजपा ने भी विधानसभा के बाहर प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों की सेवाएं बहाल करने की मांग भी की थी । अब इन कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि इनका नौकरी से निकल जाना दुर्भाग्यपूर्ण है और हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। इन लोगों के घर नौकरी कर चल रहे थे और खासकर इन लोगों के तो जन सेवा में भी उत्तम योगदान था।
उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि इन लोगों के लिए एक स्थाई नीति बनी चाहिए और इसकी नौकरी पक्की होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा की ओर जल्द इस मामले को लेकर सरकार को ज्ञापन दिया जाएगा।