शिमला, 18 अक्टूबर। हिमाचल प्रदेश में हुए 250 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6.25 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। ईडी की टीम ने इस मामले के आरोपियों की मोहाली और शिमला में 5 आवासीय प्लाट और 14 बैंक खातों को भी सीज कर लिया है। इनमें लाखों की नकदी पाई गई है।
ईडी के एक प्रवक्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश से जुड़े छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर मोहाली और शिमला में आवासीय भूखंडों, फ्लैट और 14 बैंक खातों में जमा राशि जब्त की गई। ईडी ने कुल 6.25 करोड़ रुपये कीमत की संपति जब्त की है। ये संपत्ति राज्य के एएसएएमएस शिक्षा समूह के साझेदार राजदीप सिंह व कृष्ण कुमार और अन्यों की हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी चार आरोपियों राजदीप सिंह, कृष्ण कुमार, हितेश गांधी और अरविंद राजटा को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी साल 30 अगस्त को ईडी ने इन्हें गिरफ्त में लिया था। ये चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में चल रहे है।
दरअसल ईडी ने जांच के दौरान पाया कि कृष्ण कुमार और राजदीप सिंह ने मेसर्स एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के माध्यम से फर्जी दस्तावेज पेश किए गए थे और इसी के आधार पर एससी, एसटी और ओबीसी के छात्रों के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना के तहत छात्रवृति मांगी गई थी। उच्च शिक्षा निदेशालय में तैनात अरविंद राजटा ने इन दावों को सत्यापित किया था। इससे पहले साल 2022 में कार्रवाई करते हुए 4.42 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई थी। अब तक कुर्क की गई संपत्ति की कुल आय 10.67 करोड़ रुपये है।