शिमला, 18 नवम्बर। महाब्रह्यर्षि कुमार स्वामी ने कहा है कि नशे से हमारा देश खोखला हो रहा है। ऐसे में इस नशे को खत्म करने के लिए सभी को दूर्गा बीज मंत्र का जाप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 10 करोड़ लोग दिव्य बीज मंत्रों का पाठ करने से व्यसन मुक्त हुए हैं। यदि माता पिता बच्चों को दूर्गा वीज मंत्र का जाप करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं तो युवा नशा मुक्त हो सकता है। उन्होंने बताया कि दुर्गा वीज मंत्री से नशे करने वाला व्यक्ति से भी नशा छूट जाता है।
महाब्रह्यर्षि कुमार स्वामी शनिवार को शिमला में प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि सारी समस्याओं और मानवता के मतभेद का मूल कारण अज्ञानता से है। मनुष्य बगैर सोचे समझे व बगैर कुछ जानें मनुष्य वह काम कर देता है व बाद में अपनी ही करनी पर पछतावा करता है। इसका कारण उस इंसान के अंदर ज्ञान की कमी का होना है। महाब्रह्मर्षि ने कहा कि सभी धर्मग्रंथों में विदित है कि हमारे हजारों लाखों परदे हैं, जिनमें मूल पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु, आकाश, मन, बुद्धि व अहंकार के परदे हैं । इनके हटने के बाद ही परमात्मा की रहमत प्रत्यक्ष होती है। उन्होंने कहा कि ऐसा सभी धर्मग्रंथों में लिखा है।
उन्होंने कहा कि लाखों वायरल-फंगल हैं, यह भी परदे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में वर्णित है कि पंच तत्वों के संतुलन से ही शरीर निरोगी होता है। यह ज्ञान अत्यंत गोपनीय है। इसे मन व बुद्धि से नहीं जाना जा सकता। इस ज्ञान के बारे में कोई बोलकर नहीं बता । यह ज्ञान ज्ञाता तत्ववेता बाख़बर से ही मिलता है। उन्होंने कहा कि आज के युवा के नशे में जाने का एक कारण चिंता भी है। चिंता के तीन कारण है, तम मन व धन। युवाओं को नशे से दूर रहकर दुर्गा मां की भक्ति का नशा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो वैद्य ये दावा करते हैं कि वह इस मर्ज को ठीक कर सकते हैं, वह असल में वैद्य नहीं कहलाते। बल्कि असल वैद्य तो वह हैं, जो अपने काम का गुणगान न करके अपने काम को निरंतर करता करता रहता है।
उन्होंने कहा कि दुर्गा मां की आराधना ही संसार में सबकुछ है। संसार को चलाने वाली भी दुर्गा मां ही है। उन्होंने का कि पहले वह मूर्ति पूजा जैसी कोई चीज पर बिल्कुल विश्वास नहीं करते थे। लेकिन जबसे वह दुर्गा मां की आराधना करना शुरु किए हैं, तबसे वह सभी धर्मों व उससे जुड़ी सभी चीजों को मानने लगे हैं।
महाब्रह्यर्षि कुमार स्वामी सोमवार को सोलन में महा समागम करने वाले हैं। जिसके लिए सभी को आमंत्रित किया गया है। महाब्रह्यर्षि कुमार स्वामी ने बताया कि इस समागम के जरीये वह सभी से यही आग्रह करेंगे कि किसी बावा पर विश्वास न कर दुर्गा वीज मंत्रों पर विश्वास कर अपने जीवन को सुख शांती वाला बनाएं और युवाओं को नशमुक्त बनाकर पूरे विश्व में अपने देश का नाम ऊंचा करें।