शिमला, 08 जनवरी। हिमाचल विधानसभा चुनाव परिणाम के एक माह बाद सुक्खू सरकार में आधा दर्जन विधायकों की सियासी नियुक्तियां हुई हैं। इन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया गया है। रविवार सुबह राजधानी शिमला में आयोजित एक सादे समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने छह विधायकों को मुख्य संसदीय सचिव के पद की शपथ दिलाई। बैजनाथ के विधायक किशोरीलाल, पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल, अर्की के विधायक संजय अवस्थी, कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर, दून के विधायक रामकुमार और रोहड़ू के विधायक मोहनलाल बरागटा ने मुख्य संसदीय सचिव के रूप में शपथ ली है। मुख्य संसदीय सचिव बनने वाले इन विधायकों को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल गया है।
दिलचस्प बात यह है कि राजभवन में मंत्रियों के शपथ समारोह से पहले सरकार में मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त कर क्षेत्रीय व जातीय संतुलन को साधा है। सीएम सुक्खू ने कांगड़ा जिला व सोलन जिला से दो-दो, कुल्लू जिला और शिमला जिला से एक-एक मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इस तरह मुख्य संसदीय सचिव की नियुक्ति में चार जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है।
बता दें कि हिमाचल में पिछली भाजपा शासित जयराम ठाकुर सरकार के कार्यकाल में संसदीय सचिव नहीं बनाए गए थे। लेकिन वर्ष 2012 से 2017 की कांग्रेस की वीरभद्र सरकार 07 और 2007 से 2012 की धूमल सरकार में 03 मुख्य संसदीय सचिव बने थे।